भूपेश सरकार मैदान में पूरी मुस्तैदी के साथ नजर आ रही,,
रायपुर। प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। जिसके लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिये हैं। छत्तीसगढ़ इकलौता राज्य है। जहां नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के चलते दो चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। वर्ष 2018 में 15 सीटों में सिमटने वाली भारतीय जनता पार्टी जहां पूरा जोर लगाते दिख रही है। वहीं सत्ता पक्ष किसी भी कीमत में चुनाव हारना नहीं चाहती है।
भारतीय जनता पार्टी 2018 में हुई हार का बदला लेने मैदान में उतर गई है। वहीं बीजेपी के केन्द्रीय स्तर के नेता लगातार प्रदेश में रैलियां कर प्रदेश सरकार को कोस रहे हैं। विपक्ष के हमलों का जवाब देने भूपेश सरकार मैदान में पूरी मुस्तैदी के साथ नजर आ रही है।
बीजेपी अत्याधुनिक टेक्नॉलाजी के साथ मैदान में नजर आ रही है। जिसके लिए बीजेपी की केन्द्रीय ईकाई ने प्रयागराज से विधायक सिद्धार्थना सिंह को सोशल मीडिया प्रभारी बनाकर भेजा है। जिनके नेतृत्व में लगातार कांग्रेस पर हमले की रणनीति तैयार की जा रही है।
रणनीतिकार के रूप में सिद्धार्थनाथ सिंह सफल साबित भी हो रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया में व टेक्नॉलाजी में कमजोर पड़ रही कांग्रेस भाजपा पर एकतरफा हमला कर परास्त करने के फिराक में नजर आ रही है।
कांग्रेस सीधे-सीधे चुनाव को घोषणा पत्र से ही जीतना चाह रही है। इसके लिए ऋण माफी, धान का समर्थन मूल्य, गृह लक्ष्मी योजना सहित कई योजनाओं की झड़ी लगा दी है। जो भाजपा के घोषणा पत्र में नहीं है। या कमतर है। वहीं जैसे-जैसे चुनाव की तारीक्ष नजदीक आते जा रही है। घोषणाओं की सम्लीमेंट्री भी जारी की जा रही है।
भूपेश सरकार हाथ आयी सत्ता को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती है। इसके लिए लगातार बीजेपी के रणनीतिकारों को फेल करते नजर आ रहे हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आते जा रही है। राजनीति के जानकारों के समीकरण बदलते दिख रहे हैं। जिसमें कभी कांग्रेस आगे तो कभी भाजपा आगे नजर आ रही है। 17 नवंबर को जनता ही तय करेगी। आखिर किसकी सरकार बनेगी