रायपुर । छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले सरगुजा की राजनीति गरमा गयी है। कांग्रेस से बागी होकर बीजेपी में शामिल हुए विधायक चिंतामणी महाराज ने भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील का एक विडियों जारी किया है। इस विडियों में महराज ने डिप्टी सीएम सिंहदेव का नाम लिये बगैर सरगुजा में टिकट वितरण को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। विडियों में चिंतामणी महराज ने कहा है कि जो पैलेस की गुलामी करेगा…उसी को टिकट मिलेगा। चिंतामणी महाराज ने अपने 4 मिनट 56 सेकेंड के विडियों में पैलेस के गुलामों को वोट न देकर छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की BJP की सरकार बनाने अपने समाज और सरगुजा संभाग के लोगों से अपील की है। आपको बता दे कि चिंतामणी महाराज का कांग्रेस से टिकट कटने के बाद से ही कंवर समाज के लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही थी। ऐसे में इस अपील विडियों के जारी होने के बाद सरगुजा संभाग के कंवर समाज वोटरों का रूख बदलने से कांगेस का बड़ा नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के चुनाव के लिए मतदान में अब 24 घंटे से भी कम का वक्त शेष बचा हुआ है। ऐसे में सामरी विधानसभा से कांग्रेस के बागी विधायक चिंतामणी महराज के अपील की एक विडियों ने सरगुजा की राजनीति को गरमा दिया है। कांग्रेस से टिकट कटने के बाद हाल ही में भाजपा में वापसी करने वाले चिंतामणी महाराज ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरगुजा के राजनीतिक समीकरण को समझे तो छत्तीसगढ़ के संत गहिरा गुरु के बेटे चिंतामणी महाराज की सरगुजा संभाग में अच्छी पकड़ है। कंवर समाज से आने वाले चिंतामणी महराज के संत समाज के अनुयायी अंबिकापुर, लुंड्रा, सामरी, पत्थलगांव,जशपुर, कुनकुरी विधानसभा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में हैं। यहीं वजह है कि कांग्रेस से विधायक रहते हुए भी चिंतामणी महराज का टिकट कटने को लेकर कंवर समाज में गहरी नाराजगी देखी जा रही थी। ऐसे में कंवर समाज के वोट बैंक को साधते हुए चिंतामणी महाराज ने मतदान से ठीक एक दिन पहले बीजेपी के पक्ष में मतदान कीअपील की है।
विडियों में देखा जा सकता है कि चिंतामणी महाराज के एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी की फोटो और दूसरी तरफ के उपरी हिस्से में भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल लगा हुआ है। इस अपील में चिंतामणी महाराज ने अपने समाज के लोगों के साथ ही सरगुजा संभाग के लोगों से मतदान को लेकर अपील किया है। चिंतामणी महाराज ने अपने अपील में ना केवल प्रदेश में डबल इंजन की बीजेपी की सरकार बनाने की अपील की है, बल्कि उन्होने डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव पर भी सीधे तौर पर हमला किया है। चिंतामणी महराज ने अपने अपील में कहा…..“17 नवंबर को जो मतदान होना है, 5 वर्ष में एक बार मतदान करने का और विधायक और प्रदेश में सरकार बनाने का महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए मौका मिलता है। 17 तारीख को जब हम मतदान करे उसमे हमे यह देखकर मतदान करना चाहिए कि क्या वह किसी के गुलाम है, या फिर अपने विवेक से सेवा करने वाला है। आज यदि हम अपने संभाग में देखे तो पैलेसे के गुलाम कहे तो अतिश्योक्ति नही होगा….जो पैलेस का गुलामी करेगा….उसी को टिकट मिलेगा। वो चाहे रामानुजगंज विधानसभा को देखे या फिर सामरी विधानसभा को देखे या फिर लुंड्रा को देखे…..या और कही भी अपने संभाग में सभी जगह हम देख सकते है, जो गुलामी करते है….उन्ही को टिकट मिलता है।
इसमें मेरा अनुभव ये है कि जनता जब अपना विधायक के रूप में किसी का चयन करती है,तो उसके मन में ये रहता है कि हम सीधा विधायक को बताये। बातचीत करे। या हमारा कोई भी समस्या है तो उसको हम सीधा विधायक को बताये। यदि हम इस तरह के गुलाम लोगों को यदि बनाते है विधायक….तो निश्चित रूप से अपने आका को पूछने के बाद ही उसका डिसीजन देगा। या फिर उनके तरफ से मना किया जायेगा तो उसको नही भी करेगा।” सरगुजा संभाग के सियासी समीकरण को समझे तो यहां कांग्रेस की हार-जीत में राजघराने की अहम भूमिका रहती है। ऐसे में कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने के लिए बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले धर्मगुरू चिंतामणी महाराज को तोड़कर घर वापसी कराने की रणनीति में जहां कामयाब रही, वहीं मतदान से ठीक पहले चिंतामणी महाराज के अपील के विडियों ने सरगुजा की राजनीति में उबाल ला दिया है।
सियासी जानकारों की माने तो छत्तीसगढ़ के संत गहिरा गुरु के बेटे चिंतामणी महाराज की कंवर समाज में मजबूत पकड़ हैं। सरगुजा संभाग में आधा दर्जन से अधिक विधानसभा सीटों पर बड़ी संख्या में संत समाज के अनुयायी है। अगर बात सरगुजा की हाई प्रोफाइल सीट अंबिकापुर की करे, तो यहां भी कंवर समाज के वोटरों की संख्या काफी बड़ी है। ऐसे में चिंतामणी महाराज की इस अपील के बाद ना केवल अंबिकापुर बल्कि सरगुजा संभाग की 6 से अधिक सीटों पर इसका खासा असर होने की संभावना है। सियासी जानकारों की माने तो चिंतामणी महाराज की अपील के बाद यदि कंवर समाज के वोटर अपना रूख बदलते है, तो इसका सीधा नुकसान कांग्रेस को होगा। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि मतदान से ठीक पहले वायरल हुए चिंतामणी महराज के इस विडियों से सरगुजा महराज और डिप्टी सीएम सिंहदेव को क्या वास्तव में नुकसान होगा या फिर कांग्रेस इसका डैमेज कंट्रोल कर लेगी,ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा