छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी तो नए चेहरे के सिर सज सकता है सीएम पद का ताज
रायपुर : मुख्यमंत्री का नाम घोषित किए बिना चुनाव लड़ रही भाजपा के शीर्ष नेताओं ने हाल ही में ली गई चुनावी सभाओं में किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इतना संकेत जरूर दिया है कि किस प्रकार का व्यक्ति सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि इसके बाद से पार्टी के ऐसे नेता, जो खुद को सीएम पद के लिए मजबूत दावेदार मानते आ रहे हैं, उनकी चिंता बढ़ी हुई है।वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी सीएम का नाम घोषित किए बिना ही मैदान में है, लेकिन बुधवार को हुई चुनावी सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस तरह का संकेत दिया है,
उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस यदि बहुमत में आती है तो सीएम भूपेश बघेल ही बनेंगे। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पिछले दिनों बिलासपुर की चुनावी सभा में कहा था कि इस बार गरीब मां का लाल ही यहां का मुख्यमंत्री बनेगा। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने भी मीडिया से चर्चा में कल्पनाओं से विपरीत किसी नए चेहरे को ही सीएम बनाने की बात कही थी। गृह मंत्री अमित शाह ने तो रायगढ़ की चुनावी सभा में पूर्व आइएएस और यहां से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी को बड़ा आदमी बनाने की घोषणा मंच से ही कर दी थी।
बता दें कि ओपी 2005 बैच के आइएएस हैं जो 2018 में नौकरी छोड़कर भाजपा में प्रवेश किए थे। तीनों शीर्ष नेताओं के बयानों के आधार पर यदि तौला जाए तो कम से कम डा रमन सिंह तो सीएम बनते दिखाई नहीं दे रहे हैं। रमन का उपयोग पार्टी उनकी वरिष्ठता को देखते हुए केंद्रीय स्तर पर भी कर सकती है। वैसे भाजपा में मुख्यमंत्री पद के लिए अन्य प्रमुख दावेदारों में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के नाम शामिल हैं।
राहुल ने भूपेश का ही दिया है संकेत
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेश बघेल ही सबसे बड़ा चेहरा हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को ही बेमेतरा की सभा में भूपेश बघेल से कहा है, आपको याद होगा, मैंने आपसे पिछली बार भी कहा था कि पहला निर्णय, चीफ मिनिस्टर का पहला सिग्नेचर किसान की कर्ज माफी की फाइल पर जाएगा। आपने अपना हस्ताक्षर उस फाइल पर किया और लाखों किसानों को फायदा हुआ। आपको फिर से सिग्नेचर करना पड़ेगा, फिर से कर्जा माफ करना पड़ेगा।
इससे संकेत यही मिलता है कि कांग्रेस बहुमत में आई तो भूपेश ही सीएम होंगे। उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भी मरवाही की चुनावी सभा में एक सवाल के जवाब में कहा था, अभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं, स्वाभाविक है कि मैच जीतने के बाद उनका ही नाम मुख्यमंत्री के लिए सबसे आगे रहेगा।