रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशी व नेता लोगों से मिल रहे फीडबैक के आधार पर अपनी जीत और अपनी सरकार बनने का दावा कर रहे हैं । भाजपा नेताओं को नए मतदाताओं, युवाओं , किसान और महिलाओं पर भरोसा है । उनका तर्क है कि नए मतदाता कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार , PSC घोटाले और वादाखिलाफी से नाराज हैं। वहीं महिलाओं में शराबबंदी नहीं होने से आक्रोश है । महतारी वंदन योजना उनको प्रभावित कर रही है । मोदी की गारंटी ने कांग्रेस के किसानों के वोट बैंक में भी सेंधमारी कर ली है ।
पूर्व मंत्री और BJP के रायपुर दक्षिण के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस ने ऐसी कोई नई बात नहीं की है कि वो महिलाएं ,किसान और फर्स्ट टाइम वोटर को आकर्षित कर पाए । वहीं पहली बार बीजेपी शहरी मध्यम वर्ग और लोवर मध्यम वर्ग के लिए योजनाएं लाई है । अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने इनके लिए ऐसी कोई योजना नहीं लाई थी । हमने 12,000 साल का महिलाओं को देने की जो योजना लाई है, इससे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वातावरण खड़ा हुआ है । वहीं PSC का घोटाला और कांग्रेस के 10 लाख लोगों को रोजगार देने और 2500 भत्ता देने घोषणा की बाद वादे पूरे नहीं करने का आक्रोश भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है । उनका कहना है कि महिलाओं और युवाओं में भाजपा के प्रति विश्वास पैदा हुआ है । किसानों को भी जो हमने एक मुक्त पैसा देने की बात कही है उससे 70% किसान हमारे साथ है, छोटे किसानों में विश्वास जागा है। उन्होंने ये भी दावा किया कि बस्तर और सरगुजा की 26 सीटों में भाजपा 16 से ज्यादा सीटें जीत रही ऐसा कांग्रेसी भी मान रहे हैं। इस आधार में हम सरकार बना रहे हैं
वहीं कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रत्याशी मुगालते में हैं । उनके सबसे बड़े नेता मोदी ने खुद अपने सबसे बड़े वादे सबके खाते में 15 लाख रुपए आएंगे को जुमला कह कर जनता का विश्वास खो दिया है, वहीं पिछले 5 सालों में कांग्रेस सरकार ने सभी वर्ग के लोगों का भरोसा जीता है । 3 दिसंबर को जब परिणाम आएगा तब भारतीय जनता पार्टी के सारे दावे खोखले साबित हो जाएंगे ।