छत्तीसगढ़

राजनीतिक पार्टियों को खरीद-फरोख्त का सता रही डर,,प्रत्याशियों को सर्टिफिकेट सहित रायपुर पहुंचने के निर्देश

रायपुर । छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव परिणाम आने में अब 2 दिन से भी कम का वक्त शेष बचा हुआ है। ऐसे में एक तरफ जहां बीजेपी और कांग्रेस प्रदेश में अपनी-अपनी सरकार बनाने का लगातार दावा कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों को खरीद-फरोख्त का डर भी सता रहा है। यहीं वजह है कि सूबे में दोबारा सरकार बनाने का दावा कर रही कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायको को जीत का सर्टिफिकेट लेते ही सीधे रायपुर पहुंचने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि जीतने वाले विधायको को रायपुर से बैगलोर ले जाने के लिए बकायदा चार्टर प्लेन भी बुक किया गया है।

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के चुनाव के बाद लगाातर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने नजर आ रही है। दोनों ही पार्टियां प्रदेश में अपनी सरकार बनाने का दावा करने के साथ ही एक दूसरे पर लगातार हमला कर रही है। इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों को धान-किसान और महिलाओं के लिए किये गये घोषणाओं को लेकर अपनी-अपनी जीत पर पूरा भरोसा है। यहीं वजह है कि प्रदेश में इस बार पुरूषो की अपेक्षा महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किये है। लेकिन महिलाओं ने किस पार्टी को अपना समर्थन दिया है, ये भविष्य के गर्भ में है। उधर 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना से पहले ही कांग्रेस और बीजेपी ने प्रदेश में जीतने वाली सीटों की समीक्षा के बाद अब अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने में जुट गयी है।

प्रदेश में हुए इस साल के चुनाव के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बतायी जा रही है। एक्टिज पोल की भी माने तो कांग्रेस की प्रदेश में बढ़त के साथ ही पिछले बार की अपेक्षा इस बार सीटे कम होने की ज्यादा संभावना है। ऐसे में कांटे की टक्कर के बीच पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने की रणनीति बना रही कांग्रेस को खरीद-फरोख्त का डर सताने लगा है। बताया जा रहा है कि 3 दिसंबर को रिजल्ट आते ही जीते हुए प्रत्याशियों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कांग्रेस ने 72 सीटर चार्टर प्लेन भी बुक करा लिया है। इसमें जीते विधायकों के साथ ही पार्टी के नेता भी मौजूद होंगे। जानकारों की माने तो मौजूदा वक्त में कांग्रेस के विधायको के लिए कर्नाटक सबसे सुरक्षित जगह है।

कांग्रेस सूत्रों की माने तो जीत दर्ज करने वाले सभी प्रत्याशियों को जीत के बाद सर्टिफिकेट लेकर सीधे रायपुर आने को कहा गया है। चर्चा है की वीआईपी रोड पर एक निजी होटल में प्रत्याशियों के रुकने की व्यवस्था की जा रही है। सभी प्रत्याशी रात भर एक साथ यही रुकेंगे। इसके बाद 4 दिसंबर को सभी जीते हुए प्रत्याशियों को बेंगलुरु भेजा जाएगा। पहले दिन सभी को रायपुर आने के लिए कहा गया है।गौतरलब है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने रिकार्ड 68 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। लेकिन मौजूदा वक्त में परिस्थितियां कांग्रेस के इतने भी अनुकूल नहीं है। पार्टी हाईकमान को डर है कि अगर बहुमत आता है और जीतने वाले विधायकों की संख्या 50 से 55 के बीच रही तो विधायको के खरीद फरोख्त का खतरा बढ़ सकता है। कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश सहित दूसरे राज्यों में हुए राजनीतिक घटनाक्रमों से अहतियात बरतते हुए अपने पार्टी नेताओं को संगठित कर सुरक्षित रखने में जुट गयी है।

 

 

 

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