जंगल सफारी में पांच दिनों में 17 चौसिंगा की गई जान, वन विभाग में मचा हड़कंप….
रायपुर। राजधानी के नवा रायपुर स्थित एशिया के सबसे बड़े जंगल सफारी में पांच दिन से चौसिंगा की लगातार मौत से पूरे वन विभाग में हड़कंप मच गया है। जंगल सफारी के चौसिंगा बाड़े में 25 से 29 नवंबर के बीच 17 चौसिंगा की मौत हो गई है। चौसिंगा की मौत की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। फिलहाल मामले की जांच के लिए डॉक्टरों को बुलाया गया है। जंगल सफारी डीएफओ हेमचंद पहारे ने बताया कि नंदनवन जू में शाकाहारी वन्यप्राणियों के बाड़े में 25 नवंबर को चौसिंगा की अचानक मृत्यु की खबर मिली है, जिसकी प्रारंभिक जांच में उसका स्वास्थ्य खराब होना पाया गया था। इसके बाद पशु चिकित्सकों ने अन्य चौसिंगा का स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार शुरू किया।
इसके बाद भी अन्य चौसिंगा की हालत खराब होते चली गई। फिर अलग-अलग दिन 17 चौसिंगा की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि चौसिंगा के मौत के पीछे के सही कारणों का पता लगाने बिसरा जांच के लिए भेजा गया है। जू के बाड़े में 24 चौसिंगा में से केवल 7 चौसिंगा बचे हैं, जिसे वन्यप्राणी पशु चिकित्सकों ने नेतृत्व में सुरक्षित स्थानों पर अलग रखकर इलाज किया जा रहा है, ताकि स्वस्थ वन्यप्राणियों को रोगी वन्य प्राणियों से अलग करके उनके जीवन की रक्षा की जा सके।
उत्तरप्रदेश भेजा गया बिसरा- घटना के बाद केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशों का पालन करते हुए जंगल सफारी के अधिकारियों ने बिसरा और खून जांच के लिए सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजा है। साथ ही कुछ सैंपल कामधेनु विश्वविद्यालय अंजोरा भेजा गया है। परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद मृत्यु के कारणों का पता चल सकेगा। कब-कब हुई मौत- 25 नवंबर को 5 चौसिंगा, 26 नवंबर को 3 चौसिंगा, 27 नवंबर को 5 चौसिंगा, 28 नवंबर को 2 चौसिंगा, 29 नवंबर को 2 चौसिंगा