नई दिल्ली । बुधवार को लोक सभा की सुरक्षा में हुई चूक मामले में 8 पार्लियामेंट स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में उच्चस्तरीय जांच में प्रारंभिक स्तर पर जहां-जहां खामियां और गलतियां नजर आई है उस आधार पर इन आठ पार्लियामेंट स्टॉफ को निलंबित कर दिया गया है।
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने गुरुवार को 13 दिसंबर की संसद की सुरक्षा चूक की जांच के लिए पुलिसिंग, सुरक्षा और कानून में अनुभव वाले सदस्यों वाली संसद की एक संयुक्त समिति के गठन की मांग की है।
सुरक्षा चूक की घटना पर विपक्षी सांसदों द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री से बयान की मांग करने पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा, ”विपक्ष का काम है आरोप मढ़ना, वो तिल का ताड़ बनाएंगे। सुरक्षा में चूक दुर्भाग्यपूर्ण है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि सुरक्षा की ज़िम्मेदारी लोकसभा सचिवालय की है, सरकार की नहीं है इसलिए केंद्रीय गृह अमित शाह के बयान देने का कोई औचित्य नहीं बनता है।”