कोरबा

आश्रम की छात्राओं के साथ किया छेड़छाड़,विरोध करने पर हेडमास्टर ने पीटा,जांच के बाद DEO ने किया सस्पेंड, सहायक आयुक्त ने कहा….

कोरबा । कोरबा में आदिवासी आश्रम की छात्राओं के साथ स्कूल के हेडमास्टर द्वारा अश्लील हरकत कर हैवानियत करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पांचवी क्लास में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ पहले तो स्कूल के हेड मास्टर ने बेड टच करते हुए उनके साथ गलत काम करने का प्रयास किया गया। छात्राओं ने जब इसका विरोध किया, तो शिक्षक ने छात्रा की पिटाई कर दी। पीड़ित छात्राओं ने आश्रम अधीक्षिका को इस बात की जानकारी दी, तब जाकर इस घटना का खुलासा हुआ। जांच में शिकायत सही पाये जाने पर DEO ने दोषी प्रधान पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं सहायक आयुक्त ने इस मामले में दोषी प्रधान पाठक के खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज कराने की बात कही है।

आदिवासी छात्राओं के साथ ये घटना आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिला के पोड़ी-उपरोड़ा ब्लाॅक की है। जानकारी के मुताबिक ग्राम घरीपखना में आदिवासी विभाग का प्री मैट्रिक बालिक आश्रम संचालित है। यहां अध्यन्नरत बच्चियां प्राथमिक आश्रम शाला घरीपखना में पढ़ाई करने जाती है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों आश्रम की छात्रा आश्रम शाला में पढ़ने गयी थी। इसी दौरान स्कूल के प्रधान पाठक संदीप कुमार अग्रवाल द्वारा कक्षा पांचवी में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ पिकनिक जाने की बात किया जाने लगा। इस दौरान प्रधान पाठक द्वारा कुछ छात्राओं के साथ बैड टच कर उनके साथ गलत काम करने का प्रयास किया गया। जब छात्राओं ने इसका विरोध किया तब बच्चों पर दहशत बनाने के लिए संदीप अग्रवाल ने उनकी जमकर पिटाई कर दी।

इस घटना से घबराई छात्रा वापस छात्रावास आश्रम पहुंची थी। आश्रम अधीक्षिका द्वारा रोज की तरह छात्राओं से शाम के वक्त काउंसलिंग करने पर इस घटना का खुलासा हो सका। डरी सहमी बच्चियों से हकीकत जानने के बाद आश्रम अधीक्षिका ने तत्काल इस बात की जानकारी सहायक आयुक्त श्रीकांत कसेर को दिया गया। जिसके बाद सहायक आयुक्त ने 5 सदस्यी जांच टीम गठित कर पूरे घटना की जांच का आदेश दिया गया। जांच में घटना का खुलासा होने के साथ बच्चों द्वारा शिक्षक की हैवानियत की जानकारी अपने बयान में दर्ज कराया गया। इस खुलासे के बाद सहायक आयुक्त द्वारा शिक्षा विभाग में पदस्थ प्रधान पाठक पर कार्रवाई के लिए जिला शिक्षाधिकारी को जानकारी दी गयी।

जांच रिपोर्ट के बाद जिला शिक्षाधिकारी जी.पी.भारद्वाज ने तत्काल दोषी प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया है। आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त श्रीकांत कसेर ने बताया कि बच्चों के इस खुलासे के बाद सबसे पहले दोषी शिक्षक पर कार्रवाई के लिए डीईओं को पत्र प्रेषित किया गया था। जांच रिपोर्ट आने के बाद अब इस प्रकरण में दोषी शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही आश्रम अधीक्षिका द्वारा मामले की रिपोर्ट पुलिस थाने में भी दर्ज कराया जायेगा। उम्मींद जतायी जा रही है कि अगले 24 घंटे के भीतर इस गंभीर प्रकरण पर पुलिस में अपराध दर्ज होते ही आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी हो सकती है।

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