रायपुर में बनेगा एक और नालंदा परिसर, मुख्यमंत्री ने की छात्र हित में बड़ी घोषणा
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छात्र हित में बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री आज रायपुर के नालंदा परिसर पहुंचे थे, जहां उन्होंने छात्रों से बात की और सुविधाओं को भी देखा। मुख्यमंत्री ने नालंदा परिसर में सुशासन दिवस पर आयोजित अटल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित छायाचित्र प्रदर्शनी के शुभारंभ के अवसर पर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने इस बात की घोषणा की है कि राजधानी रायपुर में नालंदा परिसर की तर्ज पर एक और नालंदा परिसर बनाया जायेगा। वहीं वर्तमान नालंदा परिसर में सुविधाओं की बढ़ोतरी की जायेगी। आपको बता दें कि रायपुर कलेक्टर रहते मौजूदा मंत्री ओपी चौधरी ने नालंदा परिसर का निर्माण कराया था। इस नालंदा परिसर की देश भर में चर्चा है।
PSC, UPSC सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए नालंदा परिसर काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। यहां छात्रों को ना सिर्फ बेहतर शैक्षणिक वातावरण मुहैय्या काराया जा रहा है, बल्कि उच्च श्रेणी की यहां लाइब्रेरी भी है, जहां हर स्तर की किताबें छात्रों को उपलब्ध करायी जाती है। कल ही देर शाम मंत्री ओपी चौधरी भी नालंदा परिसर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं से बात कर उनसे सुविधाओं की जानकारी ली थी।
वर्ल्ड क्लास फैसलिटी वाला है रायपुर का नालंदा परिसर
रायपुर का नालंदा परिसर 6 एकड़ में बना है। राजधानी में एनआईटी के पास आयुर्वेदिक कॉलेज के सामने यह परिसर है। इसमें जिला खनिज न्यास निधि से 15.21 करोड़ रुपए तथा छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल से 2.44 करोड़ की राशि प्रदान कर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। यह 24 घंटे और सातों दिन संचालित होने वाला देश का अनूठा शैक्षणिक संस्थान है। नालंदा परिसर में ऑक्सी रीडिंग जोन में पढ़ने के लिए इंडोर और आउटडोर रीडिंग की व्यवस्था की गई है। इसमें एक समय पर 1000 लोग अध्ययन कर सकेंगे। इंडोर अध्ययन के लिए जी प्लस टू टॉवर बनाया गया है जिसे ‘यूथ टॉवर’ नाम दिया गया है। इस टॉवर के भूतल में लाइब्रेरी बनायी गई है, जिसके लिए 1.5 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न विषयों की 50 हजार पुस्तकों की खरीदी की गई है। पूरी तरह से वातानुकूलित इस टॉवर के भूतल, प्रथम व द्वितीय तल के साथ ही इसके छत में अध्ययन के लिए आकर्षक फर्नीचर और एलईडी लाइट की व्यवस्था की गई है। इस टॉवर में कांच की दीवाल और छत को पूरी तरह से उष्मारोधी बनाया गया है। द्वितीय तल में ई-लाईब्रेरी बनायी गई है, जिसमें 112 हाइटेक कम्प्यूटर जिसमें इंटरनेट के लिए 100 एमबीपीएस स्पीड की लीज लाईन लगायी गई है ताकि युवा आसानी से ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें। पूरे परिसर को फ्री वाई-फाई जोन के रूप में विकसित किया गया है। यहां 24 घंटे विद्युत आपूर्ति हो सके इसके लिए स्कोडा सिस्टम के तहत ऑनलाइन विद्युत मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है। पूरे परिसर में अंडरग्राउंड विद्युत सप्लाई की गई है। 24 घंटे संचालित होने के कारण यहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड के साथ ही सदस्यों के प्रवेश के लिए आरएफ आईडी कार्ड की व्यवस्था की गई है।