स्वयंसेवकों ने किया आरंग में पथ संचलन
आरंग। संघ समय पालन, अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा, प्रमाणिकता के लिए जाना जाता है और इसी का प्रकटीकरण आज गुणवत्ता पथ संचलन के माध्यम से आरंग नगर में सम्पन्न हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला रायपुर ग्रामीण के चार विकासखंड , दो नगर तीन उपखंड और एक उपनगर से कुल 164 स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया ।
कार्यक्रम का प्रारंभ दोपहर 3:00 बजे पथ संचलन के साथ हुआ । संचलन आरंग नगर के आजाद चौक ,पटेल चौक, मछली चौक,लोधी पारा,ब्राह्मण पारा,शीतल पारा, इंदिरा चौक बस स्टैंड होते हुए हाई स्कूल मैदान पर समाप्त हुआ मार्ग में जगह जगह समाज के बंधुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का भव्य स्वागत किया गया। सांघिक गीत के साथ बौद्धिक कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। मुख्य अतिथि कर्नल डॉ.हरिंद्र त्रिपाठी मुख्य वक्ता गोपाल यादव विभाग संघचालक धीरेंद्र नशीने और जिला संघचालक देवेंद्र सिंह ठाकुर का जिला कार्यवाह लोकनाथ साहू द्वारा परिचय कराया गया। पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल डॉ.हरिंद्र त्रिपाठी ने बताया कि वह बाल्यकाल से ही स्वयंसेवक है और उनका पूरा परिवार संघ से बहुत पुराने समय से जुड़े हुए हैं। भले ही संघ के गणवेश में परिवर्तन हुआ है लेकिन आज भी भाव वही है।
संचलन के पहले गणवेश निरीक्षण होता है फिर घोष के साथ संचलन होता है।संघ ने सेना के मार्च पास्ट से पथ संचलन प्रारंभ किया। फिर बाद में संघ के घोष की रचनाओं को भारतीय सेना ने अडॉप्ट किया। एक आज्ञा पर संगठन चलता है । एक आदेश पर सेना देश की रक्षा में लग जाते हैं ऐसा ही स्वयंसेवक एक आज्ञा पर समाज की सेवा में लग जाते हैं। संघ में एक बार ध्वज प्रणाम करने के पश्चात व्यक्ति आजीवन स्वयंसेवक रहता है। तुलाराम साहू द्वारा अमृतवचन और तेजराम जलक्षत्री द्वारा व्यक्तिगत गीत के पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता गोपाल यादव सह प्रांत कार्यवाह छत्तीसगढ़ ने कहा संघ इस प्रकार गुणवत्ता पथ संचलन करता रहा है जिसके माध्यम से स्वयंसेवकों में गुणवत्ता विकास के साथ समाज की रक्षा के लिए स्वयंसेवक हैं समाज में यह संदेश देते हैं।समग्र ग्राम विकास,कार्यकर्ता विकास,धर्म जागरण,गौ सेवा, पर्यावरण, सामाजिक समरसता एवं सद्भाव,कुटुंब प्रबोधन आदि विषयों को लेकर समाज के सज्जन शक्ति को साथ लेकर हिंदुत्व एवम राष्ट्र की रक्षा के लिए संघ विगत 99 वर्ष से कार्य कर रहा है। इस संचलन में चयनित कार्यकर्ता शाखा में अभ्यास करके आए हैं. शाखा व्यक्ति निर्माण का केंद्र है स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि मुझे 100 नचिकेता मिल जाए तो मैं देश का भाग्य बदल दूंगा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार जी ने ऐसे युवा शक्ति के माध्यम से संघ कार्य खड़ा किए पूरे भारत में आज संघ के स्वयंसेवक समाज को स्वावलंबी बनाने के साथ प्राथमिकता में पहले देश के भाव जागरण में लगे हैं लाखों लाख लोग सीने में हाथ रखकर नित्य संघ की प्रार्थना बोलते हैं भारत माता की जय के लिए संघ कार्य के प्रारंभ में कार्यकर्ताओं को अनेक उपेक्षा, अपमान,तिरस्कार सहना पड़ा आज अनुकूलता का वातावरण है
पूरा समाज संघ के साथ खड़े होने तैयार है जिसके चलते दैनिक शाखा के अतिरिक्त आज ज्वाइन आरएसएस के माध्यम से डॉक्टर वकील व्यापारी अच्छे विद्यार्थी प्रतिदिन जुड़ते जा रहे हैं।सङ्गच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम् के भाव से देश के लिए एक साथ चलना एक साथ बोलना के सतत अभ्यास में लगे हैं क्यों कि सबल की सब सुनते हैं निर्बल की कोई नहीं सुनता।याची देही याची डोला अर्थात 1925 से 1940 तक केवल 15 वर्षों में संघ संस्थापक डॉक्टर जी ने जीते जी जो तय किया समग्र देश का संगठन होते देखा।निस्वार्थपन से,अपनी चमड़ी,अपनी दमड़ी घिसकर संघ के स्वयंसेवक कार्य करते हैं उन पर भी विरोधी आरोप लगाते है. 1962 के भारत चीन युद्ध में सैनिकों की सहायता ट्रैफिक व्यवस्था सहित सैनिक परिवारों की चिंता, रक्तदान आदि के कार्य में बड़ा सहयोग प्रदान किया जिससे प्रभावित हो कर 1963 के गणतंत्र दिवस में देश के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दिल्ली परेड के लिए संघ को आमंत्रित किया। संघ ऐसा संगठन है जहां कार्यकर्ता देश हित में एक दूसरे को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करते हैं. जिसके कारण देश के प्रत्येक आपदा बाढ़,भूकंप,रेल दुर्घटना आदि में स्वयंसेवक पहले आकर काम प्रारंभ करते हैं। नगर के विभिन्न समाजो सहित सरस्वती शिशु मंदिर आरंग बाजार समिति के द्वारा आजाद चौक ,पटेल चौक, मछली चौक,लोधी पारा,ब्राह्मण पारा,शीतल पारा, इंदिरा चौक बस स्टैंड हाई स्कूल मैदान पर पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का भव्य स्वागत किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला संघचालक देवेंद्र सिंह ठाकुर, जिला कार्यवाह लोकनाथ साहू, सह जिला कार्यवाह नरोत्तम मढ़रिया,मनीष निर्मलकर,संतोष शंख,लोमस देवांगन,भुवनेश्वर सारथी,अजीत वर्मा,ईश्वर कन्नौजे,बृजेश सोनी,सुमित सेन,वर प्रसाद कोला,उमेश साहू,खिलेश साहू,अभय सिंह ठाकुर,गोपाल वर्मा,आनंद वर्मा, हीरालाल धुरंधर,रूपचंद साहू , रामू मिर्धा,संतोष वर्मा,श्रवण साहू ,मुरारी लोधी,गीतांशु साहू, चैतन्य निर्मलकर,हेमंत साहू,पवन पानसे,मुकेश निर्मलकर, शिवम साहू, गिलेश्वर साहू, गोविंदा साहू,खोमन साहू, नोमेश वर्मा, दुर्गेश जलछत्री संजय जलछत्री, सूरज साहू,रूपेश जलक्षत्री, दिलीप जलक्षत्री,आर्यन गुप्ता, कृष्ण कुमार भारद्वाज, विनोद गुप्ता आरंग नगर के वरिष्ठ स्वयंसेवक श्याममूर्ति अग्रवाल,विजय गुप्ता,सावन शुक्ला,सतीश अग्रवाल,मनीष गुप्ता,सतीश भूतड़ा,घनश्याम यादव,श्याम मूर्ति अग्रवाल,भूषण जलक्षत्री,रमन जलक्षत्री,हरीश दीवान, और अन्य स्वयंसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।