रायपुर: सुकमा जिले में सक्रिय एक खूंखार नक्सली कमांडर नागेश ने आत्म समर्पण किया है। इस नक्सली के ऊपर पुलिस ने 8 लाख रुपए का इनाम रखा था। नक्सली नागेश ने सुकमा पुलिस अधीक्षिक के सामने समर्पण कर दिया है।
जानकारी के अनुसार सुकमा पुलिस अधीक्षक के सामने नक्सलियों के बटालियन दो का आठ लाख रुपए का इनामी नक्सली कमांडर नागेश ने समर्पण कर दिया है। नक्सली के आत्मसमर्पण को लेकर पुलिस अधीक्षक किरण चौहान ने बताया कि सुकमा जिले में नक्सल मोर्चे पर तैनात पुलिस जवानों के समक्ष मोस्ट वांटेड नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली आठ लाख का इनामी है। नक्सलियों की अमानवीय विचारधारा से प्रताडि़त और शासन की पुनर्वास नीति व जिला पुलिस की पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर नक्सली ने सरेंडर कर दिया है।
बतादें कि सरेंडर करने वाला नक्सली कमांडर नागेश के ऊपर 8 लाख का इनाम घोषित था। साल 2004 में गोलापल्ली और मराईगुड़ा के बीच मुख्यमार्ग को अलग-अलग 10-15 स्थानों में खोदकर रोड बंद करने का मामला। 2010 में मुकरम और ताड़मेटला के बीच बीमार गुब्बल नामक टेकरी में एम्बुश लगाकर फायरिंग करने का मामला, जिसमें 76 जवान शहीद हुए थे। 2011-12 में ग्राम तिम्मापुरम के जंगल में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ जिसमें पुलिस के 2 जवान शहीद और 8 पुलिस जवान हुए थे घायल। 2013-14 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम टेटेमड़गू और पालोड़ी मुठभेड़। 2014 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम पिड़मेल और एंटापाड़ मुठभेड़, 2015-16 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम पोटकपल्ली और डब्बामरका मुठभेड़, 2017 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम कोत्ताचेरू और भेज्जी मुठभेड़, 2017 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम बुर्कापाल मुठभेड़, 2017 में ग्राम टोण्डामरका पुलिस नक्सली मुठभेड़ और 2018-19 में ग्राम दारेली और इत्तागुड़ा में हुई मुठभेड़ में शामिल था।