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कांग्रेस व भाजपा को एक-एक बार मौका देने की परंपरा, ये है कोरबा का राजनीतिक समीकरण

कोरबा : कोरबा लोकसभा में तीन बार आम चुनाव हो चुके हैं और अब 2024 में चौथी बार लोकसभा का चुनाव होना है। यदि इस सीट की तासीर की बात करें, तो एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा को अब तक मौका मिलता रहा है। इस सियासी परपंरा की शुरूआत परिसीमन के बाद पहले चुनाव से ही शुरू हो गई। इस बार कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी से महिला नेत्रियां प्रत्याशी के रूप में आमने- सामने हैं और मुकाबला बेहद रोचक हो गया है।

कांग्रेस से ज्योत्सना महंत व भाजपा से सरोज पांडेय आमने- सामने हैं। जांजगीर लोकसभा से पृथक होकर वर्ष 2009 में कोरबा लोकसभा अस्तित्व में आई। इसके साथ पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता डा चरण दास महंत ने चुनाव जीता। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंदी भाजपा की प्रत्याशी करुणा शुक्ला को पराजित किया। इसके बाद वर्ष 2014 के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस ने डा महंत को मैदान में उतारा और इस बार भाजपा के प्रत्याशी डा बंशीलाल महतो से उनका सामना हुआ और डा महंत को हार का सामना करना पड़ा।

तब कोरबा लोकसभा की आठ सीट में चार पर भाजपा व चार पर कांग्रेस का कब्जा था। वर्ष 2019 के जब चुनाव में हुआ, तब तक डा महंत विधानसभा अध्यक्ष बन चुके थे। पार्टी ने उनके स्थान पर उनकी धर्मपत्नी ज्योत्सना महंत को मौका दिया और इस बार भाजपा ने एक बार फिर यहां से नया चेहरा उतारते हुए ज्योतिनंद दुबे को प्रत्याशी बनाया। इस बार भाजपा को यहां से शिकस्त मिली और ज्योत्सना महंत सांसद बन गई। यह चुनाव हुआ था, तब यहां की आठ विधानसभा सीट में छह पर कांग्रेस, एक पर भाजपा व एक पर जनता कांग्रेस जोगी का कब्जा रहा।

कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाला अकेले पाली-तानाखार विधानसभा से 68 हजार की लीड ज्योत्सना महंत को मिली और उनकी जीत की राह सुनिश्चित हुई। इस बार परिस्थितियां कुछ अलग हैं। आठ में छह पर भाजपा और एक में कांग्रेस व एक में गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के विधायक हैं। ऐसे में इस लोकसभा की तासीर व परंपरा इस बार भी कायम रहे, तो कोई बडी बात नहीं।

ये है भौगोलिक स्थिति

कुल आठ विधानसभा क्षेत्र में कोरबा जिले में चार रामपुर, कोरबा, कटघोरा व पाली-तानाखार विधानसभा व अविभाजित कोरिया जिले के तीन मनेन्द्रगढ़, भरतपुर-सोनहत व बैकुंठपुर तथा गौरेला- पेंड्रा- मरवाही जिले की मरवाही विधानसभा सीट आती है। इस लोकसभा में सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति वर्ग के 44.5 प्रतिशत मतदाता हैं। अनुसूचित जाति के 9.2 प्रतिशत, मुस्लिम वोटर 3.5 प्रतिशत तथा शेष मतदाता सामान्य वर्ग और ओबीसी वर्ग से हैं। यहां की साक्षरता दर 61.16 प्रतिशत है व 15 लाख 99 हजार 188 मतदाता हैं।

र्ष 2018 विधानसभा चुनाव के परिणाम

विस क्षेत्र- भाजपा- कांग्रेस- वोट का अंतर

कोरबा- 58313- 70119- 11806

कटघोरा- 47716- 59227- 11511

रामपुर- 65048- 44261- 20787

पाली-तानाखार- 32155- 66971- 34816

भरतपुर-सोनहत- 35199- 51732- 16533

बैकुंठपुर- 43546- 48885- 5339

मनेन्द्रगढ़- 30792- 34803- 4011

मरवाही- 27579- 20040- 7539

कुल- 340348- 396118- 55770

वर्ष 2023 विधानसभा चुनाव के परिणाम

विस क्षेत्र- भाजपा- कांग्रेस- वोट का अंतर

कोरबा- 92029- 66400- 25629

कटघोरा- 73680- 56780- 16900

रामपुर- 70788- 93647-22859

पाली-तानाखार- 46179- 59730- 13551

भरतपुर-सोनहत- 54935- 50186- 4749

बैकुंठपुर- 66866- 41453- 25413

मनेन्द्रगढ़- 48503- 36623- 11880

मरवाही- 51960- 36580- 15380

कुल- 504940- 441399- 63541

 

 

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