सक्ती । छत्तीसगढ़ कांग्रेस में व्याप्त अंतर्कलह किसी से छिपी नही है। विधानसभा चुनाव के बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लेकर पार्टी के नेताओं ने जहां मोर्चा खोल रखा है। वही अब जांजगीर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शिव डहरिया के हार की घोषणा उन्ही के पार्टी के नेता ने कर दी है। जांजगीर-चांपा जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और कांग्रेस नेता यशवंत चंद्रा ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है……. “मुझे लगता है लोकसभा जांजगीर 2 लाख से अधिक वोटो से डहरिया जी पीछे रहेंगे…..आपका क्या अनुमान है।” सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कांग्रेस नेता द्वारा अपने ही पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ लिखे इस पोस्ट के बाद अब राजनीति गरमा गयी है।
देश में आम चुनाव को लेकर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर लगातार वार-पलटवार कर रही है। लेकिन छत्तीसगढ़ की सियासत में कांग्रेस अपने ही पार्टी में व्याप्त कलह और असंतोष से उबर नही पा रही है। विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने के बाद से ही पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी बदलने के बाद भी पार्टी में ख्ुालकर बगावत नजर आ रही है। कुछ ऐसा ही मामला अब जांजगीर लोकसभा सीट से सामने आया है। यहां कांग्रेस ने पूव्र मंत्री रहे शिव डहरिया को चुनावी मैदान में उतारा है। लेकिन जांजगीर लोकसभा सीट से चुनावी ताल ठोक रहे शिव डहरिया पर बाहरी होने का आरोप लगाते हुए पार्टी के कई नेता खुलकर विरोध कर रहे है। जांजगीर चांपा जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और कांग्रेस नेता यशवंत चंद्रा ने कांग्रेस प्रत्याशी शिव डहरिया की हार का दावा किया है।
उन्होंने फेसबुक पर शिव डहरिया की हार को लेकए एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है…..“मुझे लगता है लोकसभा जांजगीर 2 लाख से अधिक वोटो से डहरिया जी पीछे रहेंगे…..आपका क्या अनुमान है।” जांजगीर जिला पंचायत अध्यक्ष पति यशवंत चंद्रा के इस पोस्ट के बाद सूबे के साथ ही जांजगीर लोकसभा क्षेत्र की राजनीति गरमाती नजर आ रही है। बीजेपी को बैठे-बिठाये कांग्रेस पार्टी के नेता ने ही मुद्दा दे दिया है। उधर यशवंत चंद्रा के इस पोस्ट के बाद अब ये अनुमान लगाया जा रहा है कि वो कभी भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ की जांजगीर लोकसभा सीट पर तीसरे चरण के तहत 7 मई को मतदान होना है। इस सीट से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री शिव डहरिया को जहां चुनावी मैदान पर उतारा है। वहीं भाजपा ने कमलेश जांगड़े को अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि मतदाता किसके सिर पर जीत का ताज पहनाती है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।