छत्तीसगढ़

घरों में नल पहुंचा और जल नही पहुंचा….तो ठेकेदार की खैर नही ! कलेक्टर ने काम नही करने वाले फर्मो को ब्लैक लिस्ट करने दिया निर्देश

कोरबा । कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने जल जीवन मिशन के कार्यो की आज समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने साफ कर दिया कि तय समयावधि के भीतर काम कम्पलीट नही करने वाले फर्मो को तत्काल लिस्ट बनाकर ब्लैक लिस्ट करे। जिले के वनांचल सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन की सुस्त चाल पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए पीएचई विभाग के अधिकारियों को तय समय में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का सख्त निर्देश दिया है। बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत के सख्त तेवर देखने के बाद अधिकारी और ठेकेदारों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

गौरतलब है कि आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिला में जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव में घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य चल रहा है। अरबों रूपये का ठेका होने के बाद भी जिले के कई हिस्सों में महीनों से ग्रामीण अपने घरों में साफ पानी आने की बाट जोह रहे है। कटघोरा, पाली-तानाखार सहित करतला विकासखंड में आज भी पेयजल की समस्या बरकरार है। गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी बनाने के साथ ही घरों मेें नल के कनेक्शन तो लगा दिये गये है, लेकिन पानी की सप्लाई आज भी चालू नही हो सकी है। जल जीवन मिशन की सुस्त चाल पर आज कलेक्टर अजीत वसंत ने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में कार्यों की समीक्षा की।

बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ ही क्रेंडा के अफसर मौजूद थे। बैठके के दौरान कलेक्टर एक्शन मोड पर नजर आये। कार्यो की प्रगति की जानकारी लेने के दौरान ही कलेक्टर ने साफ कर दिया कि जिन ग्रामों में ठेकेदारों द्वारा कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है, उनकी सूची बनाकर ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव बनाएं। कलेक्टर ने समय-सीमा खत्म होने के बाद भी कार्य पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों की बैठक आगामी सप्ताह में आयोजित करने और कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश पीएचई के कार्यपालन अभियंता ए. के. बच्चन को दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जल-जीवन मिशन अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता होनी चाहिए और लोगों के घरों में समय पर पानी पहुंचना चाहिए।

बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत ने कार्यो की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो भी कार्य शत प्रतिशत पूर्ण हो गए हैं, उन ग्रामों का ग्राउंड जीरों पर जाकर विभागीय इंजीनियरों के माध्यम से निरीक्षण कराकर ग्रामों में पेयजल की उपलब्धता कराना सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन के कार्यों को करने वाले ठेकेदारों से कार्य पूर्ण कराने के बाद ही, उन्हें भुगतान करें और भुगतान से पहले ठेकेदारों द्वारा किए गए कार्यों का सत्यापन अवश्य किया जाए। कलेक्टर ने पीएचई और क्रेडा द्वारा किए गए कार्यों और अधूरे कार्यों की ग्राम वार समीक्षा की और 15 दिवस के भीतर अपूर्ण कार्यों को पूर्ण करने के लिए टास्क बनाकर तैयारी करने के निर्देश दिए है।

बैठक में क्रेडा अंतर्गत कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने साइट क्लीयरेंस, सर्वे संबंधी समस्या को दूर करने और सोलर पंप वाले ग्रामों में आवश्यक सोर्स शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने क्रेडा अंतर्गत प्रगतिरत् 174 कार्यों को 30 जून तक अनिवार्य रूप से पूरा करने और शेष अन्य कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर ने कटघोरा और कोरबा डिवीजन अंतर्गत पीएचई के कार्यों की समीक्षा की और निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन अंतर्गत 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण वाले ग्राम पंचायतों की सूची बनाकर सरपंच, पंच की भागीदारी से वर्कशॉप आयोजित किया जाए और सभी को पेयजल के उपयोग के संबंध में जागरूक किया जाए। बैठक में कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत के सख्त तेवर देखने के बाद अधिकारी और ठेका कंपनियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

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