सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी
बस्तर। पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। जिस तारतम्य में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधडी करने वाले आरोपी को पकड़ने में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है।
आपको बता दें कि प्रार्थिया कुमारी सेवंती कश्यप ने अपने साथी पंकज पाण्डे, तेजबहादुर दीवान तीनो ने आशा लता कुर्रे के माध्यम से कमल सोनवानी निवासी बिलासपुर से परिचय हुआ था, जो अपने आप को मंत्रालय नवापारा रायपुर का अधिकारी होना बताकर सभी को स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ, सहायक मार्शल के पद व बस्तर फाईटर में नौकरी लगाने का झांसा देकर तीनो से 10,19,000 रूपये फोनपे के माध्यम से लिया है तथा आशा लता कुर्रे को रेगुलर नर्सिंग का नौकरी लगवा दुंगा कहकर 75000 रूपये फोनपे व नगदी रकम 45000 रूपये कुल 1,20,000 रूपये लिया है और पैसे मिलने के बाद कमल सोनवानी हम लोगो को नौकरी नहीं लगवाया, पैसे मांगने पर वापस नहीं कर रहा है, इस प्रकार हम सभी से कुल 11,39,000 रूपये लेकर धोखाधडी किया है, प्रार्थिया के रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना कोतवाली में धोखाधडी 420 भादवि0 का अपराध पंजीबद्ध कर, अनुसंधान में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन एवं अति0 पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग एवं नगर पुलिस अधीक्षक दिलिप कोसले के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली में टीम गठित कर, आरोपी का पता तलाश किया गया। आरोपी को टीम द्वारा बिलासपुर से पता तलाश कर, हिरासत में लेकर पुछताछ करने पर कुमारी सेवंती कश्यप, पंकज पाण्डे, तेजबहादुर दीवान व आशालता कुर्रे से नौकरी लगाने के लिये 11,39,000 रू का राशि लेकर नौकरी नही लगा पाना और पैसो से एक ब्रेजा कार कीमती-6,00000रू. देकर फायनेंस कराना, एक सैमसंग कंपनी का मोबाईल। कीमत 130000रू. एक वीवो कंपनी का मोबाईल 35000 रू.तथा एक एचपी कपंनी का लैपटाॅप 45000 रू. तथा बाकी के पैसे 3,29,000 रूपये को मुर्गी फार्म में लगाकर खर्च करना बताया।
आरोपी द्वारा अपराध कबुल करना स्वीकार करने व एक कार,दो मोबाईल फोन एवं एक लैपटाॅप को पेश करने पर जप्त किया गया है। आरोपी को विधिवत् गिरफ्तार कर, न्यायिक रिमांड पर न्यायालय रवाना किया जा रहा है। पूर्व में भी आरोपी के खिलाफ जिला बिलासपुर सिविल लाईन, मस्तुरी एवं जिला शक्ति के कोतवाली थाना में कुल 06 धोखाधडी के मामले दर्ज है।