बारिश से बचने नवनिर्मित छत के नीचे खड़ा हुआ परिवार, अचानक गिर गई छत, एक बच्चे की मौत
सारंगढ़-बिलाईगढ़। बीती रात आई आंधी-बारिश से बचने के लिए दिवार के पास परिजनों के साथ बैठे दो मासूमों पर छत गिरने से एक की मौत हो गई तो दूसरे का उपचार जारी है। घटना की सूचना पर पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।
जानकारी के अनुसार सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के कोसीर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रक्शा निवासी योगेश साहू राजमिस्त्री का काम करके अपने अपने परिवार का पालन पोषण करता है। ऐसे में विगत कुछ दिन पहले योगेश ने अपनी पत्नी व दो बच्चों को लेकर रायगढ़ के चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के ग्राम चिटकाकानी में चल रहे एक नर्सिग कालेज में काम करने के लिए आया था। जिससे वहां पति-पत्नी दोनों काम करते थे। इस दौरान शनिवार को सुबह से ही वहां सेटरिंग के काम में अन्य श्रमिकों के साथ लगे थे, इस बीच शाम करीब सात बजे अचानक मौसम खराब हुआ और तेज अंधड़ के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। जिससे योगेश अपनी पत्नी 6 वर्षीय मयंक साहू तथा ढाई वर्षीय साहू के साथ बारिश से बचने के लिए नर्सिंग कालेज के नवनिर्मित छत के नीचे खड़ा था, इस दौरान अचानक छत टूटकर दोनों बच्चों पर ही गिर गया। जिससे मयंक व विरेंद्र दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं उनके शोर मचाने पर अन्य श्रमिक मौके पर पहुंचे और मलमा को हटाते हुए दोनों बच्चों को बाहर निकालकर उपचार के लिए मेट्रो अस्पताल लेकर आए, जहां डाक्टरों ने जांच के दौरान पाया कि मयंक को गंभीर चोट है, जिससे उसे मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया, साथ ही विरेंद्र को भर्ती कर उपचार शुरू किया। ऐसे में जब मयंक साहू को मेडिकल कालेज अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहा कुछ ही देर उपचार के बाद उसकी मौत हो गई। चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही विरेंद्र साहू की भी स्थिति गंभीर बनी हुई है।