ममता चंद्राकर को कुलपति पद से हटाया गया, राजभवन से जारी हुआ पत्र, कमिश्नर को दिया गया चार्ज
रायपुर : मोक्षदा चंद्राकर (ममता चंद्राकर) को संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति पद से हटा दिया गया है। इस संबंध में राजभवन से पत्र जारी कर दिया गया है। पूर्ववर्ती भूपेश सरकार ने मोक्षदा चंद्राकर इंदिरा गांधी संगीत के विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया था। मोक्षदा चंद्राकर (ममता चंद्राकर) को इंदिरा गांधी संगीत विश्वविद्यालय का 2020 में कुलपति बनाया गया था।
राजभवन की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय अधिनियम 1956 की धारा 17-ए में निहित प्रावधान के तहत राज्यपाल एवं कुलाधिपति इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा मोक्षदा चंद्राकर को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कुलपति पद से तत्काल प्रभाव से हटाये जाने का आदेश दिया है।
मोक्षदा चंद्राकर को पद से हटाये जाने के फलस्वरूप इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में नये कुलपति की नियुक्ति होने तक संभागायुक्त दुर्ग, संभाग को तत्काल प्रभाव से अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का कुलपति का दायित्व सौंपा जाता है।
जानिये कौन है मोक्षदा चंद्राकर
मोक्षदा (ममता) चन्द्राकर (जन्म 3 दिसंबर 1958) छत्तीसगढ़ की पद्मश्री से सम्मानित लोक गायिका हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ की कोकिला कहा जाता है। मोक्षदा (ममता) चन्द्राकर ने 10 साल की उम्र से गाना शुरू कर दिया था और पेशेवर रूप से 1977 में आकाशवाणी केंद्र रायपुर से लोक गायिका के रूप में शुरुआत की। 2016 में पद्मश्री पुरस्कार विजेता हैं। पति प्रेम चंद्राकर छालीवुड के निर्माता और निर्देशक हैं । उन्हें पूर्ववर्ती भूपेश सरकार ने 2020 में कुलपति नियुक्त किया था।