7वीं के छात्र ने तीसरी क्लास की बच्ची से गैंगरेप, फिर मर्डर कर नहर में फेंका शव
पुलिस ने बच्ची के स्कूल के तीन नाबालिग छात्रों को आरोपी बनाया गया है। छात्रों ने गैंगरेप के बाद बच्ची की हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए शव को नहर में फेंक दिया। शव अभी खेलने के बहाने बच्ची को ले गएतक बरामद नहीं हुआ है
बच्ची की उम्र 8 साल थी। वहीं, आरोपी दो लड़कों की उम्र 12 साल है। दोनों छठी क्लास में पढ़ते हैं। तीसरे आरोपी की उम्र 13 साल है, वह सातवीं क्लास में पढ़ता है।
पुलिस के मुताबिक, घटना रविवार (7 जुलाई) शाम की बताई जा रही है। घटना के वक्त बच्ची पगडियाला स्थित एक पार्क में खेल रही थी। इसी दौरान आरोपी छात्र उसे खेलने के बहाने सुनसान जगह ले गए और वारदात को अंजाम दिया। बच्ची घटना के बारे में अपने माता-पिता को न बता दे, इस डर से आरोपी बच्चों ने उसकी हत्या कर दी और शव को पास की नहर में फेंककर मौके से भाग निकले।
स्निफर डॉग की मदद ली गई
पुलिस ने कृष्णा नदी के बैकवाटर में सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने बताया कि बच्ची 7 जुलाई से लापता थी। वह घर के पास स्थित पार्क में खेलने गई थी, लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद भी नहीं लौटी। पेरेंट्स ने काफी देर खोजा, लेकिन नाकाम रहे। बाद में उन्होंने शिकायत दर्ज कराई।
शुरुआत में तो पुलिस को भी आरोपियों के बारे में पता नहीं चला। इसके बाद 9 जुलाई को स्निफर डॉग्स की मदद ली गई। इस दौरान गांव में रहने वाले 3 नाबालिग लड़कों का व्यवहार असामान्य देखा गया। तीन आरोपी लड़कों में से एक ने वारदात को स्वीकार कर लिया। इसके बाद दो अन्य की भी गिरफ्तारी हो गई।
जब तक बॉडी नहीं मिलती, सर्चिंग जारी रहेगी- SP
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को साज-सज्जा का सामान भी मिला है। ऐसा सामान आमतौर पर पूजा-पाठ या कुछ रीति-रिवाजों में इस्तेमाल होता है। अब पुलिस काले जादू के एंगल से भी जांच कर रही है।
वहीं, नांदयाल की सांसद डॉ. बाईरेड्डी शबरी भी मौके पर पहुंचीं और पुलिस को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। स्थानीय विधायक जी जयसूर्या भी मौजूद रहे। एसपी रघुवीर रेड्डी ने कहा कि जब तक बच्ची की बॉडी नहीं मिल जाती, सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। इसके लिए SDRF की टीमों को भी लगाया गया है।