CG : ….और शिक्षक बन गया जानलेवा डाक्टर: पत्नी के मेडिकल स्टोर में खुद डाक्टर बन करने लगा इलाज, ले ली छात्रा की जान..FIR दर्ज
पेण्ड्रा : डाक्टर बनकर इलाज करने वाले शिक्षक पर FIR दर्ज हो गया है। शिक्षक पर छात्रा का गलत तरीके से इलाज करने का आरोप लगा था, जिसके बाद कथित डाक्टर के खिलाफ परिजनों ने शिकायत दर्ज करायी। परिजनों की शिकायत पर शासकीय शिक्षक के साथ डॉक्टरी करने वाले झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ़ अपराध दर्ज कर लिया गया है। झोलाछाप डॉक्टर में खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज होगया है। मामला पेंड्रा गौरेला मरवाही जिले का है।
जानकारी के मुताबिक 14 साल की छात्रा उमा उरैती का गलत इलाज के बाद मौत होने के मामले में पीड़ित परिजनों की शिकायत पर मरवाही पुलिस ने अपराध दर्ज कराया था। प्रशासन ने पहले ही झोलाछाप डॉक्टर की पत्नी के नाम पर संचालित मेडिकल स्टोर और क्लिनिक को भी सील कर दिया है। निमधा गाव के रहने वाले शासकीय शिक्षक व झोलाछाप डॉक्टर प्रदीप जायसवाल के खिलाफ पुलिस ने किया बीएनएस की धारा 106(1)के तहत मामला दर्ज किया है।
14 साल की छात्रा की मौत
मरवाही विकास खण्ड के चिचगोहना के बरझोरखी की रहने वाली 14 साल की छात्रा उमा उरैती से जुड़ा हुआ है। जानकारी के मुताबिक निमधा गांव में रहने वाला प्रदीप जायसवाल जो कि पेशे से शासकीय शिक्षक है। निमधा के बस स्टैंड में उसकी पत्नी की वर्षा मेडिकल स्टोर भी है। शिक्षक ही डाक्टर बनकर अस्पताल में इलाज किया करता था। तीन दिन पहले शासकीय शिक्षक के पास एक छात्रा के परिजन इलाज कराने ले गये। शिक्षक प्रदीप जायसवाल ने बताया कि उसके पास सभी बीमारी का इलाज है, वो 1300 रुपये में बच्ची को पूरी तरह से ठीक कर देगा।
शिक्षक ने कुछ दवाईयां देकर बच्ची को घर भेज दिया और पर देर रात बच्ची की तबियत सुधरने के बजाए बिगड़ने लगी तो जिसके बाद परिजन बच्ची को लेकर सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही लेकर आए जहा पर कुछ देर इलाज के बाद बच्ची की मौत हो गई। आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज के चलते बच्ची की मौत हुई है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है तो झोलाछाप डॉक्टर की पत्नी के नाम से संचालित वर्षा मेडिकल स्टोर को सील कर दिया है।