छत्तीसगढ़

‘पुल‍िस प्रशासन ने सतनामी समाज के….’ न्याय यात्रा में चंद्रशेखर आजाद का सरकार गंभीर आरोप..

Raipur : भीम आर्मी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद, पार्टी के सामाजिक न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए शनिवार (31 अगस्त) को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचें. इस दौरान सांसद चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर पुल‍िस प्रशासन ने सतनामी समाज के लोगों का दमन क‍िया, इससे वंच‍ित समाज के लोगों में बहुत रोष है.

‘सरकार कर रही है जुल्म’
नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी यात्रा का यह प्रथम चरण है. उन्हों कहा कि इसी तरह से ही तीन और यात्राएं होंगी और इसके जरिये लोगों को एकजुट क‍िया जाएगा. चंद्रशेखर ने कहा, “यहां की सरकार के जरिये जुल्म किया जा रहा है और सतनामी समाज के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है, उसके खिलाफ हमारा मोर्चा जारी रहेगा.”

आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “मेरा विश्वास है क‍ि जनता सरकार से दमन का ह‍िसाब लेगी, लेकिन भविष्य में हमें मजबूत बनना होगा. इसके ल‍िए हम लोग छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए करेंगे.”

न्याय यात्रा पर रायपुर में जनसभा
दरअसल, छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद लोगों की रिहाई को लेकर रायपुर में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया है. इसमें भीम आर्मी के चीफ और उत्तर प्रदेश के नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद शामिल होने के पहुंचे थे.

छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने सामाजिक न्याय यात्रा का आयोजन किया था. 15 दिनों की सामाजिक न्याय यात्रा पूरी होने के बाद शनिवार (31 अगस्त) को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में जनसभा का आयोजन किया गया था. इसमें शामिल होने के लिए आसपा अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रायपुर पहुंचे थे.

मॉब लिंचिंग को लेकर बीजेपी को घेरा
सोशल मीडिया पर अपने ऑफिशियल हैंडल से चंद्रशेखर आजाद ने महाराष्ट्र और हरियाणा में हुई घटनाओं का जिक्र कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, बीजेपी शासित महाराष्ट्र और हरियाणा में बीते 24 घंटे में मॉब लिंचिंग की दो वारदात हुई हैं.

आसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लिखा, “महाराष्ट्र में ट्रेन में सफर कर रहे हाजी अशरफ पर गौमांस ले जाने का आरोप लगाकर जानवरों की तरह पीटा गया, शुक्र है उनकी जान बच गई. इसी तरह हरियाणा के चरखी दादरी में बंगाल के मजदूर साबिर मलिक को सिर्फ संदेह में तथाकथित गौरक्षकों ने पीट-पीट कर मार डाला,दोनों ही घटनाएं असहनीय और अस्वीकार्य हैं.

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