आकाशीय बिजली गिरने से एक और मौत…
रवि कुमार तिवारी,
तिल्दा : ज्ञात हो की विगत दिनों बलौदा बाज़ार के पास गाँव मोहतरा से 7 लोगो की अचानक बिजली गिरने से मौके पर ही मौत हुई थी उसी प्रकार कल मंगलवार को तिल्दा ब्लॉक के ताराशिव गाँव में भी आकाशीय बिजली की घटना घटित हुई जिसमें गाँव के ही आशीष वर्मा पिता ऋषि वर्मा उम्र 27 वर्ष जो हार्वेस्टर चलाता था उसकी चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी मिली जानकारी अनुसार आशीष वर्मा कल अधिक बारिश के चलते काम पर नहीं गया था और सुबह छाता लेकर अपने खेत देखने के लिए जा रहा था जहाँ तालाब के पास अचानक उस पर तड़ित बिजली गिर गयी की और चपेट में आने से मौके पर ही जान गवा बैठा मृतक आशीष वर्मा अपने माता-पिता का इकलौते थे इनके पिता अल्ट्राटेक सीमेंट में काम करते है मौके में पहुंच कर तिल्दा नेवरा पुलिस ने मर्ग क़ायम कर शव परिजनों को सौंप दिया है बलौदा जिले में निरंतर आकाशीय बिजली की घटना घटित हो रही है जिस पर विशेषज्ञ से चर्चा की गयी.
क्या है कारण जाने विशेषज्ञ से-
जिसके बारे में विशेषज्ञ का मानना है की प्रदेश ने लगभग एक सप्ताह से बारिश नहीं हुई थी जिसके कारण मौसम में गर्मी थी और जमीन से 6 -16 किलो- मीटर ऊंचाई में पाए जाने वाले सी- बी क्लाउड ( जो एक बर्फ का स्तर होता है )में टेम्प्रेचर शून्य या माइनस डिग्री पर पहुंच जाता है और सी बी क्लाउड में बर्फ के टुकड़े बनने लग जाते है और हवा की गति से ऊपर नीचे होते है इस कारण ये बर्फ के टुकड़े गर्मी के दिनों में या बेमौसम बारिश में ओले के रूप में जमीन पर गिरते है लेकिन बरसात में ऐसा नहीं होता सी बी क्लाउड प्री या पोस्ट मानसून में ज्यादा बनते है इसके कारण ही बिजली गिरती है सी बी क्लाउड के कारण थँडर स्टारम यानी गरज चमक के साथ बारिश होती है इसी क्लाउड के कारण आकाशीय बिजली भी गिर रही है दर असल बारिश नहीं होने से वातावरण गर्म हो गया था और अचानक खाड़ी से नर्म हवा आने के कारण सी बी क्लाउड ने बर्फ भारी मात्रा में बन रहा है आसमान में बादलों के पानी की छोटे-छोटे कण होते है जो वायु की रगड़ से आवेशित होते है कुछ बादलो पर पॉजिटिव चार्ज होता है तो कुछ में निगेटिव चार्ज आ जाता है ज़ब ये दोनों प्रकार के चार्ज वाले बादल आपस में टकराते है तो इससे लाखों वोल्ट की बिजली पैदा होती है कभी-कभी वोल्ट इतना ज्यादा होता है की बिजली धरती तक पहुंच जाती है इसी कारण बिजली अधिक गिरती है इससे बचने के उपाय सिर्फ और सिर्फ सावधानी है, इसलिए बारिश में पेड़ के नीचे कभी भी खड़ा ना रहे, ये तरंगे पेड़-पौधों के साथ मोबाइल फोन, ऊँची बिल्डिंग को ज्यादा आकर्षित करती है.