
रवि कुमार तिवारी,
खरोरा : ज्ञात हो की पिछले वर्ष से निरंतर बंगोली क्षेत्र में मुरा, धनेली मुड़पार, पिकरिडीह आदि ग्राम रहवासी प्रदूषण की मार झेल रहे है गाँव गली रोड रास्ता मे कही भी जहाँ जगह खाली मिले वहा मशरूम के अपशिष्ट को बिना किसी प्रबंधन के और ना ही किसी सहमति के कही भी डंप किया जा रहा है यह शिकायत निरंतर मिल रही है जिससे इन गाँवों के रहवासी के साथ-साथ प्रतिनिधि भी परेशान है और इनके तानाशाही रवैये से इसके शिकायत से कतराते है जिससे क्षेत्र के रहवासी इस प्रदूषण मे अपना जीवन निर्वाह करने को मजबूर है साथ ही अनेक प्रकार के बीमारियों को खुली आँखों से निमंत्रण दे रहे है.
विगत वर्ष मे लगभग हर अखबार के पन्नो मे इसी कम्पनी द्वारा रायपुर बलौदा मुख्यमंत्री मार्ग पर स्थित गड्ढा जिससे प्रदूषण और दुर्गन्ध निरंतर आने की घटना सुर्खिया बनी रही जो वर्तमान मे भी वैसा ही है पर इस पर अभी तक किसी प्रकार की रोक नहीं लगी है और ना ही कोई कार्यवाही हुई इन शिकायतों के निपटारा हेतु प्रशासनिक अमला द्वारा टीम भी गठित की गयी पर इसका कोई फायदा नहीं हुआ परिणाम अभी भी शून्य ही है यह मोजो मशरूम से निकले अपशिष्ट पदार्थ जो मुख्य मार्ग मे नहर किनारे प्रदूषण की बावड़ी के नाम से प्रसिद्ध है जिससे कोई भी राहगीरी अछूता नहीं है और उसकी दुर्गंध से वाकिफ है इस पर कई बार कार्यवाही की मांग उठ चुकी है साथ ही इस मोजो मशरूम पर समय समय मे अनेक प्रकार के आरोप लगते भी लगते आये है क्षेत्रीय स्तर पर आंदोलन भी हुआ है फिर भी इनके कार्य शैली मे कोई परिवर्तन नहीं हुआ जिससे इसके कार्यप्रणाली की मनमानी पर ऊँगली उठना लाजमी बात है.
आज इसी मशरूम कम्पनी की शिकायत हमें मुरा के नवीन सरपंच से भी मिली है जिसकी शिकायत पर मौका स्थल का निरीक्षन किये जिसमे आप देख सकते है कि किस प्रकार से मशरूम से बचे अपशिष्ट को रखा गया है आज सरपंच प्रतिनिधि संजय वर्मा का कहना है की इस मोजो मशरूम (उमा श्री राइस मिल )द्वारा पंचायत से किसी प्रकार की सहमति नहीं ली गयी है और ना ही भविष्य मे मेरे द्वारा ऐसे अनुचित कार्य हेतु सहमति दी जाएगी और ना ही कोई पर्यावरण विभाग से अनुमति है फिर भी यह निरंतर अपनी मनमानी कर रहे है मना करने ओर उलटे धौन्स जमाते है जिससे समस्या का समाधान होता नजर ही नहीं आता और समस्या वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के लिए बहुत खतरनाक और भयावह है क्योंकि अभी से ही इसका असर ग्राम के बोरवेल मे देखने को मिल रहा है इस प्रदूषित पदार्थ के घटक जल के अणु मे जा मिला है जिससे पानी दूषित हो गया है और गाँव के लोगो ने इस पानी को पीना ही बंद कर दिया है जो इसके कारण एक और समस्या उत्पन्न हो गयी है साथ ही इनके द्वारा डंप किये गए अपशिष्ट पदार्थ मे पॉलीथिन की मात्रा अधिक है जो जगह-जगह फ़ैल रही है और स्वतः ही नष्ट नहीं होती तथा क़ृषि एवं मवेशियों के लिए बहुत ही हानिकारक है इस प्रकार से अनेकानेक समस्याये हमारे समक्ष आ रही है अतः मैं संजय वर्मा सरपंच प्रतिनिधि ग्राम मुरा शासन प्रशासन के संज्ञान हेतु आज मिडिया के द्वारा अपील करना चाहता हूँ जिससे भविष्य की इस भयावह समस्या से हमें और हमारे पंचायत के साथ पुरे क्षेत्र को समाधान मिले छूटकारा मिले जिससे जीवन सरल हो क्योंकि आज के दौर मे ऐसे ही हर वस्तु मे रसायन का उपयोग बढ़ गया है और मानव जीवन मे अनेकानेक बिमारी का मुख्य कारण ये प्रदूषण ही है जो आंशिक रूप से होता है और भयावह रूप अंर्क बीमारियों के रूप मे लेता है पर यहां तो सब आँखों के सामने है ऊपर से हम सब देख कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हमारे दैनिक उपयोग के पानी मे तो इसका असर आ चूका है फिर भी हम मजबूर है.
इस प्रकार से इनके संचालक की मनमानी चल रही है यदि शासन प्रशासन द्वारा शीघ्र उचित कार्यवाही नहीं की गयी तो हम ग्रामवासी के साथ धरना करने पर मजबूर होंगे आपको ज्ञात हो की इस संबंध मे पूर्व मे भी मुड़पार पंचायत का प्रदूषण रोकथाम करने हेतु लेख प्रेषित हुआ था जिसका इन पर कोई असर नहीं हुआ कोई उचित कार्यवाही या रोकथाम नहीं हुआ जिससे इनके हौसले बुलंद है और इस खतरनाक प्रदूषण परोस कर सिर्फ अपने फायदे और कुछ दलालो की मिली भगत से आम आदमी के जीवन/स्वास्थ्य को दांव मे लगा रहे है.
कुछ वर्ष पूर्व ही पूरा देश कोविड19 जैसे महामारी से निकला है उस भयावह समय को याद कर्जे भी आमजन की रूह काँप है जिसका भी कही न कही मुख्यमंत्री कारण ये प्रदूषण ही था जो वातावरण ने उतना घुल गया था की हमारे वातावरण की पारिस्थितिक तंत्र ही परिवर्तित हो गया था जिसका खामियाजा पूरा देश और अनेको परिवार ने अपने सगे संबंधी को खोकर चुकाये है अब जाकर कही हमारा जीवन आसान हो पाया है इस पर इस तरह की खुली तौर पर मनमानी और बेवकूफी आमजन के लिए घातक है अतः हम इस खबर के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत कराकर आमजन की अपील आपके समक्ष रख रहे है जिससे इस ओर संज्ञान लेकर शीघ्र अतिशीघ्र उचित कठोर कार्यवाही कर पर्यावरणीय क्षति जे साथ साथ आमजन की जीवन/स्वास्थ्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करे.