
शिक्षकों और कर्मचारियों से 50 करोड़ की ठगी, RV ग्रुप ने फर्जी लोन पास कर ठगे लाखों, कई जिलों में FIR दर्ज
सरगुजा। जिले में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां 140 से अधिक सरकारी कर्मचारी और शिक्षक 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। ठगी का आरोप आरवी ग्रुप और उसके सहयोगियों पर लगा है, जिन्होंने कथित तौर पर पीड़ितों के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक लोन पास कराकर राशि हड़प ली।
पीड़ितों का आरोप है कि उन्हें लुभावनी स्कीम बताकर पहले शहर के नामी होटलों में पार्टी में बुलाया गया। फिर, RV ग्रुप ने अपनी स्पॉश एडवाइजर प्रा.लि. नामक कंपनी के जरिए बताया कि लोन की किस्तें कंपनी खुद भरेगी, और कर्मचारियों को मुनाफा भी होगा। इसी बहाने उनसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए गए।
बिना बैंक गए पास हुए लोन
शिक्षिका पवित्रा लकड़ा सहित कई पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने कभी बैंक के चक्कर भी नहीं लगाए, फिर भी उनके नाम पर लाखों रुपये के लोन स्वीकृत हो गए। लोन की राशि का एक बड़ा हिस्सा AMS सॉल्यूशन और आरोपी मनोज प्रधान व सुरेंद्र सिंह के खातों में इन्वेस्टमेंट के नाम पर जमा कराए गए।
जालसाजी का खुलासा तब हुआ जब…
जब बैंक किश्तों की मांग करने लगे और रिकवरी नोटिस मिलने लगे, तब जाकर पीड़ितों को ठगी का एहसास हुआ। मामले में रायपुर और कांकेर में भी इसी तरह की ठगी की शिकायतें सामने आई हैं। वहां भी FIR दर्ज की जा चुकी है।
नामी गिरामी लोग बने शिकार
पीड़ितों में कई शिक्षक, सहायक कर्मचारी और सरकारी विभागों से जुड़े लोग शामिल हैं, जिनमें गुड्डा राम बरवा, देवेंद्र पैकरा, भईयो एक्का, राम प्रताप साहू, नीलम सिंह पैकरा, अन्ना खाखा, सुचित्रा कुजूर आदि प्रमुख नाम हैं। इन सभी ने सरगुजा एसपी को 1 अप्रैल 2025 को शिकायत सौंपी थी।
आरोपियों में ये लोग शामिल
पुलिस जांच के बाद RV ग्रुप से जुड़े फाउंडर मनोज कुमार प्रधान, मनोज भगत, सुरेंद्र सिंह करियाम, अभय गुप्ता, विष्णु प्रजापति और सुदेश एक्का के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। गांधीनगर थाने में इन सभी पर IPC की धारा 420 और 120-B के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और ठगी का दायरा बढ़ सकता है क्योंकि अभी और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं।