
प्लास्टिक प्रौद्योगिकी में निशुल्क प्रशिक्षण : एनएमडीसी का बस्तर और दंतेवाड़ा की युवाओं को सशक्त करने का प्रयास
हेमन्त कुमार साहू,
किरंदुल। भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी एनएमडीसी ने सी.एस.आर. के तहत छत्तीसगढ़ के बस्तर और।दंतेवाड़ा जिले के 500 अनुसूचित जनजाति युवाओं के लिए परिवर्तनकारी कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया। इस इस पहल का उद्देश्यआदिवासी समुदाय को तकनीक कौशल प्रदान कर उनकी आर्थिक और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देना।
रविवार शाम 4:00 किरंदुल से 80 युवाओं को प्रशिक्षण केंद्र भेजने के लिए एनएमडीसी के अधिशासी निदेशक रविंद्र नारायण ने बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी युवाओ को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में एनएमडीसी के उपमहाप्रबंधक (कार्मिक)के. एल नागवेणी सी.एस.आर. प्रबंधक विवेक रक्षा सहित अन्य विशिष्ट अधिकारी उपस्थित थे। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी हैदराबाद के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इसके तहत युवाओं को प्लास्टिक और पॉलीमर प्रौद्योगिकी मैं पूरी तहत निशुल्क तकनीक शिक्षा प्रदान की जाएगी।
एनएमडीसी इस कार्यक्रम के तहत ट्यूशन प्रशिक्षणआवास भोजन और अन्य खर्चों वहन कर रही है। इस कार्यक्रम में मशीन ऑपरेटर सर्टिफिकेट जैसे 6 माह के कार्यक्रम अल्पकालीन पाठ्यक्रम शामिल है। यह कार्यक्रम में स्थानीय युवाओं के लिए। एक नई राह खुलेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रेरित करेगा।