
फर्जी आबकारी अधिकारी बनकर लाखों की ठगी, एक आरोपी गिरफ्तार, दो फरार…
भिलाई। पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र में फर्जी आबकारी अधिकारी बनकर चार लोगों से 7.28 लाख रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने पीड़ितों को उनकी खाली जमीन पर शराब दुकान खुलवाने और लाखों रुपये किराए का लालच देकर ठगा। पुलिस ने मामले में एक आरोपी फरीद अहमद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपी, भवानी शंकर तिवारी और संजय त्रिपाठी, फरार हैं। मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 319(2), 318(4), 351(2), और 3(5) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
पीड़ित की शिकायत
मामले की शिकायत ग्राम रिंगनी निवासी 69 वर्षीय परस राम साहू ने दर्ज कराई। परस राम, जो भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के रिटायर्ड कर्मचारी हैं, ने पुलिस को बताया कि उनकी ग्राम रिंगनी में पैतृक जमीन है। दो साल पहले उनकी मुलाकात भिलाई-3 चरोदा निवासी भवानी शंकर तिवारी से हुई थी। पिछले साल भवानी शंकर उनके घर आया और दावा किया कि उसकी आबकारी विभाग के अधिकारियों से अच्छी जान-पहचान है। उसने परस राम को उनकी जमीन पर शराब दुकान खुलवाने और इसके बदले हर महीने 1.82 लाख रुपये किराए की पेशकश की।
ठगी का जाल
भवानी शंकर ने अपने साथ फरीद अहमद और संजय त्रिपाठी को आबकारी अधिकारी बताकर परस राम के घर लाया। जमीन का मुआयना करने के बाद, आरोपियों ने दुकान खोलने के लिए कुछ खर्चे की बात कही। परस राम ने उनकी बातों में आकर अपने बेटे के माध्यम से फरीद अहमद की पत्नी निलोफर के खाते में 35,000 रुपये और भवानी शंकर के खाते में कई किस्तों में 1.67 लाख रुपये ट्रांसफर किए।
अन्य पीड़ित भी बने शिकार
पुलिस जांच में सामने आया कि परस राम के अलावा तीन अन्य लोगों को भी इस गिरोह ने ठगा। इनमें हेमशंकर साहू से 1.14 लाख रुपये, शशिकांत वस्त्रकार से 1 लाख रुपये, और महेंद्र कुमार साहू से 1.5 लाख रुपये नगद लिए गए। इस तरह, आरोपियों ने कुल 7.28 लाख रुपये की ठगी की।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए चरोदा बस्ती, नेहरू चौक निवासी फरीद अहमद को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी भवानी शंकर तिवारी और संजय त्रिपाठी की तलाश जारी है। पुरानी भिलाई थाना पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।