ब्रेकिंग: कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर मचा बवाल! लिव-इन को बताया कुत्तों का कल्चर….

ब्रेकिंग: कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर मचा बवाल! लिव-इन को बताया कुत्तों का कल्चर….
नई दिल्ली। देश में आवारा कुत्तों और लिव-इन रिलेशनशिप का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में है। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट जहां आवारा कुत्तों पर अहम फैसला सुनाने वाला है, वहीं वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य अपने एक बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं। अनिरुद्धाचार्य ने कहा था कि “हमारे देश के कुत्ते हजारों साल से लिव-इन में रहते आ रहे हैं, लिव-इन कुत्तों का कल्चर है।” उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है।
नोएडा में युवाओं से जब इस बयान पर राय ली गई तो अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ सामने आईं।
कुछ ने किया विरोध
कई युवाओं ने इस बयान को गलत और सनातन धर्म का अपमान बताया। उनका कहना है कि धर्मगुरुओं को मर्यादा में रहकर बोलना चाहिए। धर्म की रक्षा करना उनका कर्तव्य है, लेकिन इस तरह के बयानों से धर्म की छवि धूमिल होती है।
कुछ ने किया समर्थन
वहीं, कुछ लोगों ने अनिरुद्धाचार्य की बात का समर्थन करते हुए कहा कि रिलेशनशिप में रहना समाज के लिए सही नहीं है। इसे प्यार का नाम देना गलत है और यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है।
तटस्थ राय भी आई सामने
कुछ युवाओं ने बयान को पूरी तरह गलत नहीं माना, लेकिन कहा कि धर्मगुरुओं को अपने विचार प्रकट करते समय शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए। उनका मानना है कि लिव-इन रिलेशनशिप सुरक्षा की दृष्टि से भी ठीक नहीं है, क्योंकि ऐसे मामलों में अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं।