छत्तीसगढ़

CG NEWS: आचार संहिता के दौरान गबन का बड़ा खेल – पूर्व सरपंच और सचिव पर लाखों का गबन का आरोप

CG NEWS: आचार संहिता के दौरान गबन का बड़ा खेल – पूर्व सरपंच और सचिव पर लाखों का गबन का आरोप

जांजगीर-चाम्पा। पूर्व सरपंच एवं सचिव द्वारा विभिन्न कार्यों के नाम पर आचार संहिता के दौरान लाखों रुपए आहरण कर खेला किए है। उनके ऊपर शिकायतकर्ता ने अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए है। कलेक्टर से शिकायत के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने से सरपंच सचिव के हौसले बुलंद है। दरअसल मामला जनपद पंचायत नवागढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत सलखन का है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि पूर्व सरपंच ने ग्राम सचिव के साथ मिलकर अपने कार्यकाल में कई विकास कार्यों की पहलो किस्त की राशि आहरित कर ली, लेकिन कार्य को पूरा नहीं कराया।

उनके कार्यालय ग्राम पंचायत सलखन द्वारा आदर्श आचार संहिता का भी खुले आम उल्लंघन किया गया हैं। पूर्व सरपंच ने सचिव के साथ मिलीभगत कर चुनाव आचार संहिता के दौरान विकास कार्यों के नाम से लाखों रुपए आहरण कर फजीर्वाड़ा को अंजाम दिए हैं। इसकी लिखित शिकायत होने के बाद इस पर अभी भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं किया गया। शिकायतकर्ता सलखन निवासी रामचरित्र भारद्वाज ने अपने शिकायत में बताया कि ग्राम पंचायत सलखन विकासखण्ड नवागढ़ के पूर्व सरपंच श्रीमती हेमलता कश्यप एवं सचिव खेमराज जयकर द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आचार संहिता में 15 वे वित्त के राशि बिना कार्य किए लाखो आहरण कर गबन करने के संबंध में कलेक्टर को शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच करने की मांग किये हैं। अपने शिकायत में उन्होंने बताया कि पंचायत निर्वाचन 2024 आचार संहिता के दौरान बिना अनुमती के बिना कार्य किए 15 वे वित्त कि राशि का गबन किया गया है।

विभिन्न कार्यों के नाम पर आहरण किए गए राशि

शिकायतकर्ता ने बताया कि 15 वें वित्त के तहत पूर्व सरपंच व सचिव ने हैंड पम्प मरम्मत के नाम पर 3 लाख रुपए, गांव की नालियों की साफ सफाई के लिए 05 लाख रुपए, गांव के तालाबों में बनो घाटों की मरम्मत के लिए 01 लाख रुपए, तालाबो की सफाई के लिए 02 लाख रुपए, गांव में बनी सार्वजनिक शौचालय

की मरम्मत, पंचायत व्यवस्था के लिए 2.67 लाख रुपए, पशु शेड के लिए 1.48 लाख रुपए एवं बोर खनन के लिये 1.30 लाख रुपए सहित दर्जनों कामों के लिये लाखों रुपए भुगतान फर्जी तरीके से आहरण कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया हैं।

“मेरे द्वारा कलेक्टर को लिखित शिकायत देने के बावजूद भी महज एक टीम गठित कर मामले को ठंडा बस्ता में डाल दिया गया है। जिससे पंचायत में विकास कार्य के नाम पर फर्जी राशि निकलवाने वाले पूर्व सरपंच व सचिव के हौसले बुलंद है।”

“शिकायत मिला है, मामले की जाँच की जा रही हैं, जल्द ही जांच उपरांत कड़ी कार्यवाही की जायेगो।”

 

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