क्या आप जानते हैं शरीर में विटामिन-डी की कमी से हो सकता है अंधापन…

क्या आप जानते हैं शरीर में विटामिन-डी की कमी से हो सकता है अंधापन…
नई दिल्ली। विटामिन-डी की कमी का असर सिर्फ हड्डियों पर ही नहीं पड़ता, बल्कि यह आपकी आंखों के लिए भी एक गंभीर खतरा बन सकती है। हाल ही में हुए कई शोधों से पता चला है कि विटामिन-डी की कमी से रेटिनल डिटैचमेंट का खतरा बढ़ सकता है, जो आंखों की रोशनी छीन सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटिना (आंख के पीछे की रोशनी-संवेदनशील परत) अपनी जगह से हट जाती है। अगर इसका तुरंत इलाज न किया जाए तो यह स्थायी अंधापन भी पैदा कर सकती है।
इसके अलावा, विटामिन-डी की कमी से यूवाइटिस (uveitis) और मैक्यूलर डीजेनरेशन (macular degeneration) जैसी अन्य आंखों की बीमारियां भी हो सकती हैं। यूवाइटिस में आंख के बीच के हिस्से में सूजन आ जाती है और मैक्यूलर डीजेनरेशन से देखने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है।
विटामिन-डी की कमी से बचाव के उपाय
अच्छी खबर यह है कि आप अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए कुछ सरल कदम उठा सकते हैं:
- धूप में समय बिताएं: विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की रोशनी है। रोज़ाना 10-15 मिनट सुबह या शाम की धूप में बैठने से आपके शरीर को पर्याप्त विटामिन-डी मिल सकता है। ध्यान रखें कि दोपहर की तेज धूप से बचें।
- सही आहार लें: अपनी डाइट में विटामिन-डी से भरपूर चीजें शामिल करें। इनमें फिश (जैसे सैल्मन, टूना), फिश लिवर ऑयल, अंडे की जर्दी, और दूध शामिल हैं। आजकल बाजार में विटामिन-डी युक्त दूध, दही और अनाज भी मिलते हैं।
- सप्लीमेंट्स लें: अगर आपकी लाइफस्टाइल ऐसी है कि आप धूप में ज्यादा समय नहीं बिता पाते या आपके खाने से विटामिन-डी की कमी पूरी नहीं हो रही है, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेना एक अच्छा विकल्प है।
- नियमित जांच करवाएं: अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए, नियमित रूप से आंखों का चेक-अप करवाना बहुत ज़रूरी है, खासकर अगर आपके परिवार में किसी को आंखों की समस्या रही हो।
इन लक्षणों को नज़र अंदाज़ न करें
अगर आप विटामिन-डी की कमी के जोखिम पर हैं, तो इन लक्षणों पर ध्यान दें:
- आंखों में धुंधलापन
- आंखों में दर्द या लालिमा
- रोशनी के प्रति संवेदनशीलता
- दृष्टि में अचानक बदलाव
इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।