छत्तीसगढ़ के इस जिले के 18 हजार से अधिक किसानों ने बेचा 130 करोड़ से अधिक का धान
कोरबा। कोरबा जिले के सभी 49 उपार्जन केन्द्रों में नियमित रूप से धान खरीदी हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा सभी उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने की सहुलियत के किसानों के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। उपार्जन केन्द्रों के क्षमता अनुसार किसानों को टोकन जारी किया जा रहा है।
किसानों द्वारा टोकन अनुसार निर्धारित तिथि में आकर धान बेचा जा रहा है। कलेक्टर किरण कौशल ने सभी उपार्जन केन्द्रों में व्यवस्थाओं को सुलभ रूप से संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। अभी तक जिले के 18 हजार 66 किसानों ने एक अरब 30 करोड़ से अधिक का धान बेच चुके हैं। अभी तक सबसे अधिक उपार्जन केन्द्र नवापारा में 732 किसानों ने धान बेचे हैं। जिले में अभी तक छह लाख 98 हजार 339 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा चुकी है। जिले में अब तक छह लाख नौ हजार 990 क्विंटल मोटाए 14 हजार 575 क्विंटल पतला और 73 हजार 774 क्विंटल सरना धान खरीदा जा चुका है। जिले में उपार्जन केंद्र नवापारा में सबसे अधिक 37 हजार 152 क्विंटल की धान खरीदी हुई है।
समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के बाद कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स द्वारा कोरबा जिले में धान का उठाव भी जारी है। अब तक खरीदे गये धान में से मिलर्स ने चार लाख 63 हजार 847 लाख क्विंटल धान का उठाव किया है। मिलर्स ने चार लाख आठ हजार 027 क्िंवटल मोटाए दस हजार 220 क्विंटल पतला और 45 हजार 600 क्विंटल सरना धान मिलिंग के लिए उठा लिया है। जिले के उपार्जन केन्द्रों में अभी दो लाख 34 हजार 492 क्विंटल धान उठाव के लिए बचा है। खरीफ वर्ष 2020.21 के लिए एक दिसंबर 2020 से शुरू हुए धान खरीदी 31 जनवरी 2021 तक जारी रहेगा। खरीफ सीजन 2020.21 में जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले के किसानों के लिए धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में नये पुराने मिलाकर 32 हजार 591 किसानों का पंजीयन किया गया है।