ऐसे लोगों को नहीं लगेगा कोरोना वैक्सीन का टीका, जानिए क्यों?
देशभर में कोरोना वैक्सीन की शुरुआत हो चुकी है। फिलहाल, पूरे देश में कुल तीन हजार से अधिक सेंटर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका देने का काम चल रहा है। आगे चलकर इन सेंटर्स की संख्या में और बढ़ोतरी की जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके। फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद हमारे जवान, पुलिस बल और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ये टीका दिया जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन लोगों को ये कोरोना वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए और क्यों? तो चलिए आपको बताते हैं ..
बता दें, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को दोनों वैक्सीन यानी कोवैक्सीन और कोविशील्ड की एक फैक्ट शीट भेजी है, जिसमें वैक्सीन रोलआउट, फिजिकल जानकारी, खुराक, कोल्ड चेन स्टोरेज की जरूरतें, हल्के लक्षणों और प्रतिक्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई है। इस फैक्ट शीट में बताया गया है कि क्या चीजें करनी हैं और क्या चीजें नहीं करनी है। ये व्यवस्था नेशनल ड्रग रेगुलेटर के निर्देश के बाद की गई है, जिसमें दोनों वैक्सीन की कंपनियों को वैक्सीन के साथ एक फैक्ट शीट सप्लाई करने के लिए कहा गया है।
सरकार द्वारा जारी इस दस्तावेज के अनुसार, केवल उन लोगों को वैक्सीन देने की अनुमति है जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है। बच्चों को ये टीका नहीं दिया जा सकता, क्योंकि बच्चो को लेकर कोविड-19 की स्टडी नहीं की गई है। वहीं, जो महिलाएं गर्भवती हैं या फिर जो महिलाएं अपनी गर्भावस्था को लेकर सुनिश्चित नहीं हैं या फिर स्तनपान कराने वाली माताओं को ये वैक्सीन नहीं लगाई जानी चाहिए, क्योंकि गर्भवती महिलाओं को लेकर भी कोविड-19 की कोई स्टडी नहीं की गई है। वहीं, अगर कोरोना की पिछली खुराक के कारण किसी को एनाफ्लेक्टिक या एलर्जी रिएक्शन हुए हैं, तो ऐसे व्यक्ति को वैक्सीन नहीं देनी चाहिए। इसके अलावा वैक्सीन या इंजेक्टेबल थैरेपी, फार्मास्टूटिकल प्रोडक्ट और खाद्य पदार्थ के कारण जिन लोगों को पहले या बाद में किसी तरह की एलर्जी हुई है, तो इन्हें भी टीका नहीं लगवाना चाहिए।