रायपुर। छत्तीसगढ़ महतारी और पूर्व मुख्य मंत्री स्व. अजित जोगी का मूर्ति स्थापना कार्यक्रम रविवार को बीरगांव क्षेत्र के बुधवारी बाजार में होना था जिसकी अनुमति सरकार ने नही दी। मुख्य रूप से कार्यक्रम अमित और रेणु जोगी के नेतृत्व में हुआ।
खमतराई थाना प्रभारी संजय पुढीर ने बताया कि मूर्ति स्थापना का कार्यक्रम बीरगांव के बुधवारी बाजार में होना था जिसकी अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी थी, कार्यकर्ताओं के जबरदस्ती करने के बाद उन्हें पुलिस बल की मदद से रोका गया।
इस मामले में अमित जोगी ने ट्वीट करते हुए कहा कि अहिंसा से हम छत्तीसगढ़ महतारी और अजीत जोगी जी की मूर्तियों की स्थापना करेंगे। अगर सरकार को आपत्ति है, तो हम गांधीवादी तरीक़े से ‘सविनय अवज्ञा’ करके अपनी गिरफ़्तारी देंगे क्योंकि ग़लत हम नहीं, सरकार है। मूर्तियों की स्थापना होगी। छत्तीसगढ़ अस्मिता से समझौता नहीं होगा।