प्रेमी ही निकला बेलसोण्डा हत्या कांड का मास्टर माइंट,1देशी कट्टा व 1जिंदा कारतुष बरामद
महासमुंद। गुरुवार को प्रार्थी ने थाना महासमुंद में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि मै अपने काम पर भगवती हाॅटल बेलसोण्डा गया था कि करीबन 12ः45 बजे दोपहर मेरी बहु कलेन्द्री एवं बडी बेटी हेमलता ने मुझे फोन कर बताये कि नदीमोड घोडारी का निवासी चन्द्रशेखर परमार अपने दो अन्य साथियों के साथ घर के पास गली में आया था ।
और करीबन 12ः30 बजे दोपहर में चन्द्रशेखर परमार पिस्तोल से रूपा को कनपट्टी पर गोली मार दिया है तुरंत आने के लिये कहा तब मै तुरंत अपने घर पास पहुचा तो देखा की मेरी छोटी बेटी रूपा वही गली पर जमीन पर चित पढी हुई थी, रूपा के कनपट्टी से बहुत खून बह रहा था, रूपा को तत्काल मोटर सायकल में अस्पताल ले जा रहे थे रास्ते में ही रूपा की मृत्यु हो गयी थी। थाना सिटी कोतवाली महासमुन्द में अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के द्वारा उक्त सूचना को गंभीरता से लते हुये थाना सिटी कोतवाली व सायबर सेल की टीम को आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने निर्देषित किया।
थाना सिटी कोतवाली व सायबर सेल की टीम घटना स्थल मौका पहुच कर मृतिका के बारे में पूछताछ प्रारंभ किया।
जिसमें घटना के संबंध में प्रार्थी की बडी बेटी हेमलता ने बताया कि दोपहर 12ः00 बजे पंचायत काम्प्लैक्स के मेडिकल स्टोर्स में छोटे बहन मृतक रूपा धीवर के साथ दवाई लेने के लिये गयी थी मेडिकल स्टोर्स से दवा लेकर घर वापस आ रहे थे।
तभी काले रंग के मोटर सायकल में आरोपी चन्द्रशेखर परमार निवासी नदी मोड घोडारी अपने दो अन्य दोस्तो के साथ मोटर सायकल में वही गली पर ही खडे थे।
मेडिकल से वापस आते समय कुछ दूर बाद आरोपी चन्द्रशेखर परमार मोटर सायकल से उतर कर छोटी बहन मृतक रूपा धीवर को जबरदस्ती पकड लिया, उसके दोनो दोस्त काले रंग की मोटर सायकल में नजदिक में ही खडे थे उसी दौरान आरोपी चन्द्रशेखर अपने पास से एक लोहे का पिस्तोल निकाला और रूपा धीवर के कनपट्टी में टिका दिया, मेरे द्वारा बीच बचाव करने की कोशिष के दौरान ही आरोपी चन्द्रशेखर परमार ने मृतक रूपा धीवर की हत्या कर दी।
थाना सिटी कोतवाली व सायबर सेल की टीम द्वारा टीम बना कर अलग-अलग आरोपीयों की पता तलाश प्रारंभ किया।
थाने से सूचना मिली की आरोपी चन्द्रषेखर डर के कारण थाने में आकर सरैण्डर कर दिया है।
तथा दो अन्य साथी भरतलाल निषाद व गोपाल यादव को ग्राम मुढेना में घेराबंदी कर पकडा गया। आरोपीयों की तलाशी लेने पर आरोपी चन्द्र शेखर अपने पीछे कमर में छुपा कर रखा 01 नग देषी कट्टा व 01 नग जिंदा कारतुष तथा दो साथियों पास रखे 01-01 चाकू मिला जिसे जप्त किया गया। आरोपी को उक्त हत्या के संबंध में पूछताछ करने पर गोल-मोल जवाब देता रहा।
जवाब में भिन्निता पाई जाने पर आरोपी से कडाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबुल किया और बताया कि मेरा मृतक रूपा धीवर के साथ पिछले 02 वर्षों से प्रेम-प्रसंग था उनके घर वालो को मै पसंद नही था तथा उनके घर वाले मेरे प्रति उसे भडका कर मेरे से दूर रहने को कहा था जिससे रूपा धीवर मेरा प्रस्ताव ठुकरा दी थी और शादी करने से मना कर दी थी।
तब मेरा दीमांक फिर गया और मौके देख कर मै रूपा धीवर को मार दिया। थाना सिटी कोतवाली व सायबर सेल की टीम दो साथियों के बारे में पूछने पर बताया कि रूपा धीवर की हत्या करने में सहयोग करने के लिये मेरे दो अन्य साथी भरतलाल निषाद एवं गोपाल यादव प्लान में शामिल किया। हत्या में सहयोग करने के लिए 70,000/- रूपये में भरतलाल से बात-चीत हुई थी।
10 फरवरी को भी चन्द्रषेखर व भरतलाल निशाद ने रूपा धीवर की हत्या करने बेलसोण्डा तलाब के पास नहाने के लिए आने का ईन्तजार कर रहे थे परन्तु रूपा धीवर के नही आने पर उनका प्लान सफल नही हो सका जो अगले दीन 11 फरवरी को पुनः तीनों ने मिलकर रूपा धीवर की उसके घर के पास गली देषी कट्टे कनपट्टी पर गोली मार हत्या कर घटना अंजाम देने में सफल हुये।
यह सम्पूर्ण कार्यवाही पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में अति0 पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर साहू एवं अनु0अधिकारी (पुलिस) महासमुन्द सुश्री आपूर्वा सिंह के निर्देशन में थाना कोतवाली प्रभारी शेर सिंह बन्दे, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक संजय सिंह राजपूत, उप निरीक्षक योगेश कुमार सोनी, उनि उदय राम साहू सउनि0 सुशील शर्मा एवं टीम द्वारा की गई है।