छत्तीसगढ़ के इस जिले के शिक्षा विभाग में एक बार फिर एक करोड़ो का घोटाला, हुई कार्यवाही की मांग
राजनांदगांव। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छ.ग. रायपूर से सीआरसी अनुदान की राशि स्वीकृत की गई थी। फर्नीचर क्रय की कार्यवाही सीएसआईडीसी दर पर ई-मानक पोर्टल के माध्यम से किया जाना था।
डीईओ राजनांदगांव ने 151 संकूलों के लिए फर्नीचर क्रय की कार्यवाही सीएसआईडीसी दर पर ई-मानक पोर्टल के माध्यम से तो किया लेकिन बिना मांग पत्र और बिना क्रय समिति का गठन किये ही गुणवत्ताविहिन फर्नीचर क्रय कर लिया गया है क्योंकि फर्नीचर की क्वालिटी सीएसआईडीसी के मानक के अनुसार नही है लेकिन सप्लायर को पूरा पेमेंट कर दिया गया।
इतना ही नही माध्यान भोजन के लिये बर्तन क्रय करते समय भी यही गलती की गई यानि बिना मांग पत्र और बिना क्रय समिति के बेहद घटिया क्वालिटी के बर्तन खरीदी कर लिया गया। केन्द्र सरकार से प्राप्त राशि का खुलकर बंदरबांट किया जा रहा है।
फर्नीचर खरीदी और बर्तन खरीदी का खरीदी आदेश तो जिला शिक्षा अधिकारी ने दिया और पेमेंट भी शिक्षा विभाग से हुआ तो जिम्मेदार भी शिक्षा विभाग होगा लेकिन जांच करने के लिए उच्च अधिकारीयों के हाथ पांव फूले जा रहे है।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पाॅल ने फर्नीचर और बर्तन घोटाले की जांच कर सभी दोषियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्यवाही करने के लिये कलेक्टर से मांग की है।