कहते है मां भगवान का रूप होती हैं, लेकिन आखिर क्यो इस मां ने अपने बच्ची को ठुकराया
बिलासपुर। कहते है मां भगवान का रूप होती हैं, लेकिन जब वहीं मां अपने बच्ची को ठुकरा दे तो इसे क्या कहेंगे। मां की ममता आखिर इतनी बेबस क्यों हो गई कि अपने ही कलेजे के टुकड़े को खेत में लावारिस छोड़ना पड़ा।
दरअसल बिलासपुर जिले के सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम कुकदा व कुली स्थित खार में नवजात बच्ची को खार में लावारिस छोड़ने का मामला सामने आया है। शनिवार की सुबह ग्राम कुकदा निवासी यशोदा रात्रे पति बहोरिक रात्रे (50) लकड़ी एकत्रित करने के लिए निकली थीं।
तभी उन्हें गांव के खार मंे खेत के बीच एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में पड़ी दिखी। गर्म कपड़ों से ठंकी नवजात बदहवास थी और ठंड से कांप रही थी। यशोदा अपना काम छोड़कर उसे गोद में लेकर गांव आ गई। फिर ग्रामीणों की मदद से पुलिस की डायल 112 टीम को सूचना दी गई।
उन्होंने नर्स के साथ मिलकर नाल को अलग किया। तब तक चाइल्ड लाइन की टीम सीपत थाने पहुंच गई थी। पुलिस ने देखभाल के लिए नवजात को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है। वहीं पुलिस कुकदा व कुली के ग्रामीणों से पूछताछ कर बच्ची की मां की जानकारी जुटा रही है।
नवजात बच्ची के लावारिस मिलने के बाद तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। एक समय था जब बेटियां चाहरदीवारी में कैद रहती थीं और उनके बाहर निकलने पर पाबंदी थी। लेकिन आज बेटियां देश व प्रदेश में अपनी हौसलों से बुलंदियां छू रही हैं और हर क्षेत्र में लड़कों को पछाड़ रही हैं। फिर भी नवजात को फेंकने वाली निर्दयी मां ने ऐसा कदम क्यों उठाया।