छत्तीसगढ़ में 18 हजार को अब तक दी नौकरी, इस साल तीन हजार और होगी भर्ती
रायपुर। कोरोना काल में पिछले 11 महीने के दौरान राज्य सरकार ने आर्थिक तंगी के बावजूद प्रदेश के करीब 18 हजार से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दी है। यही नहीं, दिहाड़ी पर लाखों की संख्या में रोजगार के मौके दिए गए हैं।
पुरानी भर्ती परीक्षा के आधार पर 14580 शिक्षक नियुक्त किए जा रहे हैं। पुलिस में 2250 युवाओं को नौकरी दी गई है। यही नहीं, पीएससी ने भी करीब 2300 से अधिक राज्य सेवा के पदों पर भर्ती की। इन नौकरियों ने कोरोना काल में भी लोगों को दिक्कतों से तो उबारा ही, इस पूरे साल यह सिलसिला जारी रहने वाला है।
अलग-अलग विभागों में अगले 9 माह में 3 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरियां दी जाने वाली हैं। सरकार का दावा है कि केवल मनरेगा से ही 57 लाख लोगों को काम मिला है। नरेगा श्रमिकों को फरवरी तक 2617 करोड़ 88 लाख 9 हजार रुपए का मजदूरी भुगतान किया गया है।
शहरों में भी संवारने, रंग-रोगन, डिवाइडर बनाने, नलों का पाइप लाइनें बिछाने, सफाई आदि नए-नए काम प्रारंभ कर लोगों को काम उपलब्ध कराए गए।
दरअसल कोरोना काल में सरकार ने लोगों की परेशानियां जानकर जरूरत के हिसाब से काम शुरू करवाए हैं। कौशल विकास प्राधिकरण ने ही पिछले साल जून से अगस्त तक 19 रोजगार कैंप लगाए।
ये कैंप बस्तर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, धमतरी, सूरजपुर, कोंडागांव, सुकमा, बीजापुर, रायगढ़, मुंगेली, बिलासपुर, दुर्ग, कांकेर, राजनांदगांव, रायपुर, कोरिया, बेमेतरा, कबीरधाम, नारायणपुर जिलों में लगाए गए। इनमें 13 हजार 423 प्रवासी श्रमिकों को ट्रेनिंग दी गई, जिसमें से 3104 को रोजगार मिल चुका है।