राजधानी में कोरोना महामारी ने की महामाया मंदिर में ज्योति संख्या आधी
रायपुर। पिछले साल कोरोना महामारी के चलते देश भर में लाकडाउन नवरात्र के पहले लगाया गया था। इसके चलते मंदिरों में ज्योति प्रज्वलित नहीं की गई थी। जिन भक्तों ने मंदिर में ज्योति प्रज्वलित कराने के लिए पंजीयन करवाया था, उनके नाम पर छह महीने बाद क्वांर, शारदीय नवरात्र में ज्योति प्रज्वलित की गई थी।
बंद कराया बाजार, शहर जाम
इस बार भी कोरोना महामारी का प्रकोप चरम पर होने और शाम छह बजे के बाद दुकानें बंद करने के आदेश दिए जा चुके हैं। इसे देखते हुए राजधानी के सबसे प्रसिद्ध महामाया मंदिर प्रबंधन ने फैसला लिया है कि नवरात्र में इस बार कुल संख्या की आधी ज्योति प्रज्वलित की जाएगी। हर साल लगभग 11 हजार ज्योति प्रज्वलित होती है, इस साल मात्र 5,101 ज्योति प्रज्वलित की जाएगी।
श्री महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के सचिव ललित तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी में शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पूर्णत: पालन किया जा रहा है। आगामी 13 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्र के लिए मनोकामना ज्योति कलश की संख्या 5,101 निर्धारित की गई है। चैत्र नवरात्र में मंदिर में ज्योति की देखभाल मंदिर कर्मचारियों द्वारा की जाएगी।
नवरात्र पर्व में श्रद्धालुओं के लिए मातेश्वरी का दर्शन मंदिर परिसर के सिंह द्वार से ही होगा। दर्शन का समय सुबह 9 से दोपहर 12 एवं शाम चार से छह बजे तक ही किया जा सकेगा। इस दौरान श्री मंदिर का मुख्य द्वार बंद रखा जाएगा। श्रद्धालुओं को निर्धारित समयानुसार मंदिर के छोटे द्वार से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा।
चैत्र नवरात्र में मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर प्रोजेक्टर की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके माध्यम से श्रद्धालुगण श्री मातेश्वरी का लाइव दर्शन कर सकेंगे।
सैनिटाइजर मशीन की व्यवस्था
मंदिर के मुख्य द्वार पर सैनिटाइजर की व्यवस्था के साथ-साथ मंदिर परिसर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं समेत मंदिर से जुड़े सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है।