छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में कोरोना का अनियंत्रण होना सरकार की अपनी जिम्मेदारी से भागने का प्रतीक : डाॅ विमल चोपड़ा

महासमुन्द।भारतीय जनता पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं पूर्व विधायक डाॅ विमल चोपड़ा ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने एवं कोविड के मरीजो के इलाज में प्रदेश सरकार की अक्षम्य लापरवाही एवं असफलता पर आक्रोश व्यक्त करते हुये इसे प्रदेश की जनता के साथ कांगे्रस सरकार का धोखा बताया है।

जिस सरकार को छत्तीसगढ़ की जनता ने अपनी भलाई के लिए चुना था उसका मुख्या छत्तीसगढ़ की जनता को पीठ दिखाकर असम की जनता को झुठे सपने दिखाने चले गये। छत्तीसगढ़ में कोरोना का अनियंत्रण होना सरकार की अपनी जिम्मेदारी से भागने का प्रतीक है।

डाॅ चोपड़ा ने प्रभारी मंत्री द्वारा विगत दिनो जिले के प्रशासनिक अधिकारियों एवं राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ की गई वर्चुवल मींटिग को खाना पूर्ति एवं नाटक बताया है। इस जिले में 63 वैटिंलेटर उपलब्ध होने की गलत जानकारी बीमारी से लड़ने वाले वालेटियर का मनोबल गिराने वाली है।

जिले में तत्काल आक्सीजन बेड़ बढाने की आवश्यक्ता के बाद भी प्रशासन का आक्सीजन रहित कोविड़ सेंटरबनाने की बात गैर जिम्मेदराना है जिस प्रकार से प्रभारी मंत्री की बैठक मजाक बनकर रह गयी और कांग्रेस के नेताओ की चेहरा दिखाने की मीटिंग बनी रही वही उपर से दी जाने वाली गलत जानकारीयों ने बैठक को औचित्यहीन बना दिया।

जिला अस्पताल के जी.एन.एम भवन में चल रहा कोविड सेंटर मरीजो के लिए यातना गृह बनकर रह गया है। जहां जाने के बाद मरीज बिमारी से लड़ने के बजाय वहां की अव्यवस्थाओं को लेकर परेशान एवं मानसिक रूप से प्रताडित हो रहा है। जेल से भी गंभीर यातना झेलने के बाद मरीज वहां से बाहर निकलने के लिए अपने परिचितो एवं जनप्रतिनिधियों को फोन लगा रहे है।

एैसी परिस्थिति में सेंटर के इंचार्ज का फोन बंद होना एवं उनको होम आईसोलेशन से मना करना उनको बे-मौत मरने के लिए छोड़ देना है। डाॅ चोपड़ा ने प्रशासन से मांग की है कि सेंटर छोडकर जो लोग होम आइसोलेशन में रहना चाहते है। उन्हे शासकीय वाहन से घर तक छोड़ कर राहत दी जाये।

प्रशासनिक व्यवस्था के तहत कंटेनमेंट जोन बनाकर महामारी को नियंत्रित करने का प्रयास भी उचित रूप से नहीं हो पा रहा है। कंटेनमंेट जोन में रहने वाले गरीब लोगो के भोजन पानी की कोई व्यवस्था न करना एवं किसी बड़े अधिकारी या सत्ताधारी जन प्रतिनिधि का जिम्मेदारी से व्यवस्था को मैनेज ना करना लोगो को नरकीय जिंदगी जीने के लिए मजदूर कर रहा है।

डाॅ चोपड़ा ने आगे कहा कि प्राईवेट अस्पताल से सरकार उम्मीद तो कर रही है कि वो इस लडाई में सहयोग करें एवं जिसके लिये वो सहयोग को भी तैयार है। परंतु उनकी कठिनाईयो को दूर करने के लिए किसी प्रकार का सहयोग करने को तैयार नहीं है।

डाॅ चोपड़ा ने शासन प्रशासन को दो टूक कहा कि अखबारी शेर बनने के बजाय वो लोगो की परेशानीयों को दूर करने के लिए धरातल पर प्रयास करें।

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