बैकुंठपुर। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा 99.45 लाख खर्च कर सड़क मरम्मत कराने के बाद मेजरमेंट बुक (एमबी) में लीपापोती करने वाले सब इंजीनियर के.के. सिंह के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। मामले की शिकायत मय प्रमाणित दस्तावेज आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा निकलवाई थी। गड़बड़ी के संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता ने पुलिस को प्रमाणित दस्तावेज सौंपकर बताया कि लोक निर्माण विभाग बैकुंठपुर में वर्ष 2017-18 में कई सड़कों की बीटी पैच रिपेरिंग कराई गई थी, जिसकी लागत 99.45 लाख है।
मामले में गड़बड़ी की आशंका पर आरटीआई से जानकारी मांगी थी, जिसमें अलग-अलग दो बार जानकारी दी गई है। प्रथम दृष्टया निविदा कार्य में गबन, बिना कार्य कराए ही राशि का आहरण प्रतीत होता है। लोक निर्माण बैकुंठपुर द्वारा एग्रीमेंट क्रमांक 52/02/2017-18 के तहत कई सड़कों की 99.45 लाख की लागत से बीटी पेच रिपेयरिंग कराई गई। इस कार्य 27.86 फीसदी कम दर पर ठेका दिया गया था। इससे सोनहत और बैकुंठपुर तहसील की सड़कों की मरम्मत कराई जानी थी। सोनहत सब इंजीनियर के.के. सिंह ने बैकुंठपुर की सड़कों में काम होना बता कर राशि का आहरण कर लिया। मेजरमेंट बुक क्रमांक-39 में बैकुंठपुर की सड़क की बिना बीटी पेंच रिपेयरिंग कराए ही किलोमीटर दर्ज कर दिया गया। इसका मनेंद्रगढ़ कार्यपालन अभियंता कार्यालय से भुगतान किया गया है। आरटीआई से बैकुंठपुर की सड़क पर बीटी पैच की दो बार जानकारी दी गई। पहली बार की जानकारी में किसी तरह की काट छांट नहीं थी। दूसरी जानकारी में बैकुंठपुर की एक सड़क की बीटी पैच रिपेयरिंग के किलोमीटर में काट छांट की गई है। कोतवाली पुलिस ने सब इंजीनियर के.के. सिंह सहित अन्य के खिलाफ धारा 34, 409, 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
इतने किलोमीटर में काट छांट हुआ –
एमबी में इतने किलोमीटर में काट छांट हुआ है। पुलिस के अनुसार मेजरमेंट बुक में किलोमीटर 80/6 80/8-10, 81/2, 80/6, 80/8-10, 81/2 को हाथ से काटकर 76/6,76/8-10,77/2, 76/6, 76/8-10, 77/2 कर दिया गया है।
दूसरे पृष्ठ पर किलोमीटर 66/6, 69/2, 69/4, 69/8, 69/10, 76/10, 77/10 में किसी प्रकार का कार्य नहीं किया गया।
चौथे व अंतिम पृष्ठ पर किलोमीटर 80/2, 84/4, 80/6, 80/8, 80/10, 80/2, 81/4, 81/6 को हाथ से काट-छांट कर 68/2, 68/4, 68/6, 68/8, 68/10, 67/2, 67/4, 67/6 कर दिया गया है। एमबी(माप पुस्तिका) में काट छांट संदेह के घेरे में है और चर्चा है कि उक्त कार्य को नहीं कराया गया है।