कोरिया। कोरिया में एक झोलाछाप की लापरवाही से न केवल एक ग्रामीण की जान चली गई, बल्कि अन्य ग्रामीण भी संक्रमित हो गए। अब तक की जांच में 14 संक्रमित मिल चुके हैं। हालांकि प्रशासन ने झोलाछाप की डिस्पेंसरी को सील कर दिया है। लेकिन इस लापरवाही से पूरा गांव तनाव में आ गया है।
कोरिया जिले की ग्राम पंचायत सलका में एक झोलाझाप डॉक्टर अंग्रेजी दवाइयों से एक बीमार ग्रामीण सुरेश का इलाज करता रहा।
बुखार कम न होने पर जब सुरेश की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खडगवां में जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकला। इसके बाद सुरेश को चरचा कॉलरी के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया। यहां गुस्र्वार को सुरेश की मौत हो गई। सुरेश के संपर्क में आए लोगों की जब जांच की गई तो गांव में 14 और ग्रामीण कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद रविवार को प्रशासन सक्रिय हुआ।
नायब तहसीलदार पुलिस बल, स्वास्थ्य अमले के साथ झोलाछाप डॉक्टर की डिस्पेंसरी पहुंचे और उसे सील कर दिया। झोलाछाप की डिस्पेंसरी से 35 प्रकार की अंग्रेजी दवाइयों को जब्त किया गया है।
कार्यवाही करने के लिए बीएमओ खडगवां को प्रतिवेदन भेजा गया है। झोलाछाप डॉक्टर का नाम राजू राय निवासी देवाडांड़ बताया जा रहा है।फ़िलहाल डॉक्टर की कोरोना जांच नहीं हुई है। सुरेश की मौत के बाद पूरा गांव संपर्क में है, क्योंकि कोविड सेंटर में भर्ती होने के पहले वह न केवल गांव में रहा। बल्कि झोलाछाप डॉक्टर अन्य ग्रामीणों का भी इलाज करता रहा।