जमीन विवाद में न्याय नही मिलने पर किसान ने जहर खाकर की आत्महत्या,3 लोंगो कों बताया जिम्मेदार
खरोरा। राजधानी से लगे हुए खरोरा के एक किसान ने जमीन विवाद में न्याय नहीं मिलने के कारण आत्महत्या कर ली। किसान ने अपने सुसाइड नोट में नायब तहसीलदार सहित 3 को जिम्मेदार बताया है। सुसाइड नोट में खरोरा नायब तहसीलदार, मुहरेगा ग्राम कोटवार सहित दो अन्य लोगों से परेशान होकर आत्महत्या करने का जिक्र है। साथ ही आरोपियों को सजा दिलाने की मांग की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खरोरा तहसील के मुहरेगा गांव में बीते सुबह किसान सरजू यादव ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली, जिसकी सूचना खरोरा पुलिस को दी गई। पुलिस घटना स्थल पहुंची, जहां मृतक किसान के पास से सुसाइड नोट मिला, जिसमें खरोरा के नायब तहसीलदार, ग्राम कोटवार तोरण दास मानिकपुरी, तुलू साहू, भुवन वर्मा का नाम लिखा है. इनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
सुसाइड नोट में तहसीलदार पर ये आरोप सरजू यादव और कोटवार तोरण मानिकपुरी के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जिसका प्रकरण तिल्दा में नायब तहसीलदार के कार्यालय में चल रहा था। नायब तहसीलदार के एक तरफ कार्रवाई और सीमांकन में सरजू यादव को नहीं बुलाने से परेशान रहता था। बीते चार दिन पहले कोटवार तोरण मानिकपुरी ने किसान सरजू यादव के खेत में लगे तार घेरा को तोड़ दिया था।नायब तहसीलदार से सहयोग नहीं मिलने, कोटवार को लगातार सहयोग करने से परेशान था। इसी के कारण जब घर के सभी लोग काम में चले गए, सरजू ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस के हाथ में लगे सुसाइड नोट में मृतक ने अपने मौत की जिम्मेदार नायब तहसीलदार, ग्राम कोटवार तोरण मानिकपुरी के साथ भुवन वर्मा, तुलु साहू को बताया। न्याय दिलाने की मांग की है। घटना के खबर लगते खरोरा पुलिस घटना स्थल पहुंच शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौप दिया। इस बीच राज्य सभा सांसद छाया वर्मा और धरसींवा विधायक अनिता शर्मा ने किसान सरजू यादव के परिजनों से मुलाकात की। दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया।