राम मंदिर के चंदे का दुरुपयोग अधर्म, पाप व उनकी आस्था का अपमान : कांग्रेस
रायपुर। अयोध्या में जमीन खरीदी विवाद के बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए दान की रसीद जारी की है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा और संघ के लोग भगवान को धोखा देते हैं। मंदिर निर्माण के लिए दान लोगों की आस्था और विश्वास का विषय था। विवाद से राम को छत्तीसगढ़ का भांजा मानने वालों के विश्वास को धक्का लगा है।
छत्तीसगढ़ में चंदा इकट्ठा करने वाले भाजपा और संघ के नेताओं से पूछना चाहते है कि वे जवाब दें कि यह घोटाला हुआ है और किन-किन मामलों में यह घोटाला किया। मंदिर के चंदे का दुरुपयोग अधर्म, पाप व उनकी आस्था का अपमान है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो चेक दिया था, उसकी फोटो मैं पूरी जवाबदारी के साथ सार्वजनिक कर रहा हूं। हमारे आराध्य भगवान राम के प्रति हम सबकी श्रद्धा का लोगों ने यह हाल किया है। यह बेहद दुखद और आपत्तिजनक है।
राम मंदिर के लिए कांग्रेस नेताओं, विधायकों ने अपनी मदद दी और राशि दी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीन सवाल पूछा है। क्या भगवान राम की आस्था का सौदा करने वालों को पीएम मोदी का संरक्षण प्राप्त है? मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के वचनों, मर्यादा, आदर्श मूल्यों, नैतिक आचरण की कसमें खाई जाती हैं, उनके नाम पर इतना बड़ा कदाचरण भाजपा नेताओं ने कैसे किया। इस प्रकार और कितने मंदिर निर्माण के चंदे से औने-पौने दामों पर खरीदी गई है?
अयोध्या मामले में धरने पर बैठे विकास उपाध्याय
अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने अयोध्या में जमीन खरीदी में हुए घोटाले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर धरना दिया। विकास ने आरोप लगाया कि राम मंदिर के नाम पर जमीन खरीदने के बहाने राम भक्तों को पूरे देश में ठगा जा रहा है। इस घोटाले के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी की संलिप्तता की भी जांच होनी चाहिए। मंदिर के नाम पर भाजपा आरंभिक दिनों से ही राजनीति करते आ रही है। भाजपा देश के लोगों को गुमराह कर सिर्फ सत्ता हथियाने का काम की है।