छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश शुरू पर धान का उठाव आधा-अधूरा

 

रायपुर। प्रदेश में मानसून सक्रिय हो चला है पर उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का उठाव अभी तक आधा-अधूरा है। मिलर्स को उठाव के लिए डीओ जारी करने के बाद भी कहीं अभी तक शेष बचे धान का उठाव नहीं हो पाया है तो कहीं उठाव के लिए डीओ जारी नहीं होने की‌ भी जानकारी मिल रही है।

जिले मे केन्द्रीय सहकारी बैंक शाखा आरंग के अधीन आने वाले 4 सोसायटियों में से 2 का धान उठाव के लिए बीते कल शनिवार की शाम तक डीओ जारी नहीं होने व बाकी 2 सहित चंदखुरी शाखा के 1 सोसायटी से मिलर्स को उठाव हेतु डी ओ जारी होने के बाद भी उठाव न हो पाने की जानकारी मिली है।

ज्ञातव्य हो कि आयोजित समीक्षा बैठक के बाद कलेक्टर खाद्य रायपुर ने उपपंजीयक व केन्द्रीय सहकारी बैंक रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को मानसून आने के पूर्व बीते 3 जून को एक पत्र जारी कर जिले के‌ उपार्जन केन्द्रों में उठाव के लिए कम मात्रा में धान दिया था न बाकी रहने की मिली जानकारी के अनुसार पर इनके रखरखाव व त्वरित निराकरण का निर्देश दिया था।

राइस मिलर्स की ओर से कस्टम मिलिग के लिए धान का उठाव किए जाने की जानकारी देते हुए पत्र‌ में लिखा गया था कि स्टेक के नीचे होने के कारण कई केन्द्रों में धान कटे फटे बोरों में बिखरा हुआ संग्रहित है, जिसकी वजह से राईस मिलर्स की ओर से उठाव कार्य प्रभावित होने की संभावना है।

इसके परिप्रेक्ष्य में धान की गुणवत्ता व बारदाने आदि की‌ जांच करवा तत्काल धान को पल्टी आदि की कार्रवाई पूरी करने व शेष धान को बारिश की स्थिति में सुरक्षित रखने की आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश समिति प्रबंधकों को देने व लापरवाही बरतने पर नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा गया था।

 

जानकारी मिली है कि समितियों द्वारा निर्देश का पालन किए जाने व मिलर्स को डीओ जारी करने के बाद भी कई मिलर्स द्वारा धान उठाव में कोताही बरती जा रही है। इसके चलते समिति प्रबंधकों की ओर से सूखती व नुकसानी का ठीकरा समितियों पर फोड़े जाने की आंशका से भयभीत हैं और इसी मुद्दे को ले धमतरी जिले के 25 समितियों की ओर से उच्च न्यायालय के शरण में जाने की जानकारी मिली है।

इधर किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने जानकारी दी है कि बीते शनिवार की शाम तक केन्द्रीय सहकारी बैंक शाखा आरंग के अधीनस्थ आने वाले 4 उपार्जन केन्द्र में से फरफौद में लगभग 3300 , बाना में 4300 , देवरी ‌‌मे 3500 व चपरीद में 6500 तथा चंदखुरी शाखा के नारा केन्द्र में लगभग 4500 कटरा धान उठाव के लिए बच रह गया था जिनमें से चपरीद व देवरी केन्द्र से उठाव के लिए जानकारी मिलने तक विपणन संघ से डीओ ही जारी नहीं हो पाया है और शेष केन्द्रों के लिए डीओ जारी होने के बाद भी मिलर्स द्वारा धान का उठाव नहीं किया गया है।

उन्होंने एग्रीमेंट के शर्तों के आधार पर अब तक उठाव न होने से आने वाले सूखती व नुकसानी के लिए विपणन संघ व‌ मिलर्स को जिम्मेदार ठहराते हुए शासन-प्रशासन से धान का उठाव शीघ्र कराने व सूखती तथा नुकसानी का भरपायी जिम्मेदारों से किए जाने का आग्रह किया है।

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