धरसींवा विधायक से शिक्षक कर्मचारी संघ एवं प्रधान पाठकों ने विभिन्न मांगो कों लेकर किया मुलाक़ात
बलौदाबाजार। विधायक जनदर्शन में छ. ग. विद्यालयीन शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष संजय तिवारी और जिलाध्यक्ष संतोष विश्वकर्मा एवम प्रधान पाठकों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा व्याख्याता पदोन्नति में वरिष्ठता निर्धारण में अधिकारियों के मनमानी के कारण स्थानांतरित बलौदाबाजार जिला से अन्य जिले में पदस्थ प्रधानपाठकों की सेवा की गणना 2017 से मानने के कारण धरसीवां विकासखण्ड के 47,एवम तिल्दा विकासखण्ड के 38 प्रधान पाठको का जीवन पर्यन्त लगभग पदोन्नति नहीं हो पाएगी।
संघ ने आगे बताया कि 1963 में अविभाजित मध्यप्रदेश में यह नियम था कि सहायक शिक्षक /प्रधानपाठक प्राथमिक जिला केडर का पद है,अंतर जिला स्थानांतरण से वरिष्ठता प्रभावित होगी।किन्तु उक्त नियमों मेंयह भी प्रावधान था कि नया जिला बनाते समय जिला केडर के पदों के व्यक्तियों को नए या पुराने जिले में शासन के खर्च पर स्थानांतरित किया जाएगा जिससे उसकी वरिष्ठता प्रभावित न हो।अविभाजित मध्यप्रदेश में इन नियमों का शत प्रतिशत पालन भी किया गया,मसलन 1998 में रायपुर जिले से महासमुंद व धमतरी जिला बनाए जाने पर ऐसा किया गया।जबकि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद जिला केडर पदो से बार बार अनुरोध के बाद भी विकल्प नहीं मांगा गया।
2010 में हम बलौदा बाजार में प्रधानपाठक प्राथमिक शाला नियुक्त किया गया तब बलौदाबाजार व,गरियाबंद, रायपुर जिले के अंतर्गत ही थे। इधर जुलाई 2012 में बलौदाबाजार व गरियाबंद नये जिले बनाए गए और हमसे विकल्प नहीं लिया गया न ही मूल जिले में स्थानांतरित किया गया।2017 में 187 प्रधान पाठको का स्थानांतरण रायपुर,गरियाबंद, व महासमुंद जिले में उसके मूल निवास के समीप किया गया तो अब जिला केडर बताकर हमारी वरिष्ठता शिक्षा विभाग 2017 से निर्धारित कर रहा है जो कि प्राकृतिक नियम के सख्त खिलाफ है।
अतः छत्तीसगढ़ विद्यालयीन शिक्षक कर्मचारी संघ ने विधायक श्रीमती अनीता योगेंद्र शर्मा से मुलाकात कर मांग की, कि शिक्षा मंत्री से इस विषय पर मानवीय हस्तक्षेप कर वरिष्ठता को 2010 से निर्धारित करने की अनुकम्पा करेंगे। विधायक महोदया से मुलाकात करने वालो मे ,लक्ष्मण वर्मा,संजय वर्मा,नन्हे लाल साहू,संजय सिन्हा, नंद कुमार सिन्हा, जयमल यादव,हरिशंकर बांस वार,सरिता वर्मा आदि शामिल थे।