प्रदेश में टीकाकरण की रफ़्तार में कमी की आशंका, सप्ताह में चार दिन अभियान जारी रखने पर बन सकती है सहमती
रायपुर। प्रदेश समेत देश भर में 21 जून से शुरू हुए टीकाकारण के महाभियान में प्रतिदिन बड़ी संख्या में नागरिकों को टीके के खुराक दी जा रही है।
पिछले दिवस भी देश भर में 52 लाख लोगों को टीका लगाकर कोरोना का सुरक्षा कवच दिया गया है। लेकिन छत्तीसगढ़ में इस अभियान की तेज़ी पर संकट मंडराता नज़र आ रहा हैं।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 2 लाख टीके प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं, यदि टीकाकरण की इसी रफ़्तार को कायम रखना है तो जुलाई महीने में राज्य को लगभग सवा करोड़ खुराकों की जरूरत होगी| लेकिन केंद्र से अब तक 20 लाख टीके मिलने की ही पुष्टि हो पाई है, ऐसे में टीके का अभाव हो जाएगा जिससे वर्तमान की रफ़्तार पर अंकुश लग सकता हैं।
20 लाख टीके महज 10 दिन में ख़त्म हो जाएँगे
टीकों की समय पर आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख जुलाई महीने में राज्य को 1 करोड़ टीकों की खुराक उबलब्ध कराने का निवेदन किया हैं। यदि टीकों को सही मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पाती हैं तो राज्य सरकार सप्ताह में चार दिन टीकाकरण अभियान जारी रखने पर विचार कर सकती हैं। इसके लिए फिलहाल स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने निर्देश दिए हैं।
योजना के अनुसार बचे तीन दिनों में से दो दिन बच्चों और महिलाओं का सामान्य टीकाकरण होगा| इसमें चेचक, खसरा आदि शामिल हैं। वहीं रविवार को टीकाकरण में लगे कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा। अभी स्वास्थ्य विभाग ने इसका आदेश जारी नहीं किया है। बता दें कि टीकाकारण अभियान के तीसरे चरण, 21 जून से राज्य में अब तक लगभग 15 लाख टीकों की खुराक दी जा चुकी हैं और अब राज्य के वैक्सीन भंडार में लगभग 6 लाख टीके बचे हैं।