छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र की बेटी नम्रता जैन आज महासमुंद की एसडीएम
रायपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा जिले की रहने वाली नम्रता जैन ने साबित किया कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी आप यदि ठान ले तो सपने को साकार किया जा सकता है। दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित जिले की रहने वाली नम्रता जैन को अब महासमुंद में पोस्टिंग मिली है और उन्होंने एसडीएम चार्ज संभाला है। वह इससे पहले रायपुर में ट्रेनी असिस्टेंट कलेक्टर थीं।
उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था, उनके कस्बे में एक पुलिस स्टेशन में नक्सलियों ने विस्फोट कर दिया था, जिसने सिविल सेवा में शामिल होकर गरीबों की सेवा करने और माओवाद प्रभावित क्षेत्र में विकास लाने के लिए प्रेरित किया। नम्रता ने कहा था कि मैं जिस जगह से आती हूं वह नक्सलवाद से बुरी तरह प्रभावित है। वहां के लोगों के पास शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। मैं अपने राज्य के लोगों की सेवा करना चाहती हूं। दंतेवाड़ा में विकास लाना वहां से नक्सलवाद का सफाया करने में मदद करेगा। नम्रता जैन ने पहली बार 2015 में यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाईं।
इसके बाद साल 2016 के एग्जाम में 99वां रैंक लाने के बावजूद भी वह आईएएस नहीं बन पाईं और वह मध्यप्रदेश कैडर की आईपीएस अफसर बनीं। हालांकि नम्रता का लक्ष्य आईएएस बनने का था, इसलिए उन्होंने हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में ट्रेनिंग के दौरान भी यूपीएससी की तैयारी नहीं छोड़ी।