रायपुर। छत्तीसगढ़ में आईएएस -आईपीएस अफसरों पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। सिर्फ ढ़ाई साल में ही प्रदेश के 20 आईएएस -आईपीएस अफसरों के खिलाफ 44 से ज्यादा भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज की गयी है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज एक पूछे गये एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ये जानकारी दी है। हैरानी की बात ये है कि जिन आईपीएस अफसरों पर सबसे ज्यादा शिकायतें एसीबी-ईओडब्ल्यू में हुई है, उनमें से अधिकांश से अधिकारी खुद भी एसीबी-ईओडब्ल्यू के ही चीफ रहे हैं। 44 शिकायतों की बात करें तो उनमें से 3 मामलों को जांच के उपरांत बंद कर दिया गया है, जबकि 6 मामले में एफआईआर दर्ज कराया गया है। फिलहाल इन 44 प्रकरणों में किसी के खिलाफ अभी चार्जशीट फाइल नहीं किया गया है।
इन आईएएस अफसरों के खिलाफ एसीबी में दर्ज है मामला-
छत्तीसगढ़ के 12 आईएएस अफसरों के खिलाफ एसीबी-ईओडब्ल्यू में 14 प्रकरण दर्ज हैं। ढ़ाई साल में सबसे ज्यादा 2020 में 5 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 2019 में 4, 2021 में अभी तक 3 मामले और 2018 में 2 मामले दर्ज किये गये हैं। उनमें सबसे ज्यादा 3 मामले पूर्व जनसंपर्क संचालक आईएएस राजेश सुकुमार टोप्पो पर दर्ज है। वहीं पूर्व मख्य सचिव विवेक ढांढ पर दो प्रकरण चल रहे हैं। टोप्पो के खिलाफ 2 मामले 2019 में दर्ज किये गये थे, जबकि इसी साल मार्च में एक और प्रकरण दर्ज किया गया। वहीं पूर्व सीएस विवेक ढांढ पर एक मामला में 2019 में और एक मामला इसी साल मार्च 2021 में में दर्ज किया गया है।
वहीं अन्य अधिकारियों में मौजूदा बिलासपुर कमिश्नर आईएएस संजय अलंग पर 2018 में, भिलाई निगम आयुक्त केएल चौहान पर 2018 में, प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी के खिलाफ 2019 में, नरेंद्र कुमार दुग्गा और रिटायर आईएएस अशोक अग्रवाल के खिलाफ 2020 में मामला दर्ज किया गया। वहीं पूर्व मुख्य सचिव आरपी मंडल के खिलाफ 2020 में, आईएएस पुष्पा साहू के खिलाफ 2020 में, सुधाकर खोलखो के खिलाफ 2020 में, राजेश सिंह राणा के खिलाफ 2020 में, डीडी सिंह के खिलाफ 2021 में मामला दर्ज किया गया है।
इन आईपीएस अफसरों के खिलाफ हुआ है मामला दर्ज –
छत्तीसगढ़ के 8 आईपीएस अफसरों के खिलाफ 30 मामले दर्ज हुए हैं। छत्तीसगढ़ में आईपीएस अफसरों के खिलाफ दर्ज हुए प्रकरणों के आधार 6 एफआईआर भी दर्ज किये गये हैं। सबसे ज्यादा एसीबी-ईओडब्ल्यू में मामला एसीबी के चीफ रहे मुकेश गुप्ता के खिलाफ दर्ज है। एडीजी रहे IPS मुकेश गुप्ता के खिलाफ एसीबी-ईओडब्ल्यू में कुल 15 मामले दर्ज किये गये हैं। वहीं एसीबी में एसपी रहे मनीष शर्मा पर 9 प्रकरण और एसीबी-ईओडब्ल्यू के ही चीफ रहे जीपी सिंह पर 7 मामले तर्ज किये गये हैं। रजनेश सिंह के खिलाफ कुल 4 प्रकरण दर्ज किया गया है। इन चार अफसरों के अलावे आईजी रहते आईपीएस केसी अग्रवाल के खिलाफ 2019 में, एसीबी के एसपी रहे अरविंद कुजूर के खिलाफ 2019 में, महासमुंद एसपी रहते संतोष कुमार सिंह पर 2019 में मामला दर्ज किया गया है।