प्रदेश में, मप्र और महाराष्ट्र में रेलवे सुरक्षा बल की छापेमारी, 32 टिकट दलाल गिरफ्तार
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की रेलवे सुरक्षा बल RPF (आरपीएफ) की 30 अलग-अलग टीम ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, बिलासपुर समेत नौ स्थानों के साथ ही मध्य प्रदेश के चार और महाराष्ट्र के चार शहरों में एक साथ छापेमार कार्रवाई की। इस छापे में 32 टिकट दलाल पकड़े गए। इनके पास से 6.50 लाख रुपये कीमत का विभिन्न ट्रेनों का टिकट समेत मोबाइल, लैपटाप, कंप्यूटर आदि जब्त किया।
भारतीय रेलवे द्वारा रेल यात्रियों को आरक्षित बर्थ, सीट के साथ आरामदायक यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराने कई प्रकार की सुविधाएं दी गई है। बिना रेलवे स्टेशन गए अपने आसपास ही कंप्यूटर और मोबाइल के जरिए यात्रा टिकट बुक करनेई-टिकट की सुविधा भी इन्ही में से एक है। इस सुविधा का लाभ भी रेल यात्रियों को मिल रहा है। कम समय में यह सुविधा काफी लोकप्रियता भी हासिल की है।
पिछले कुछ दिनों से ई-टिकट की सुविधा में अवैध तरीके से टिकट दलालो की घुसपैठ की शिकायत मिलने पर आरपीएफ के कान खड़े हो गए। टिकटों की बुकिंग और कालाबाजारी की शिकायतों को गंभीरता से लेकर रेलवे के वाणिज्य और रेलवे सुरक्षा बल ने एक साथ छापेमारी कर टिकट दलालों को दबोचने की योजना बनाई।
इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अलग-अलग जगहो से काफी मात्रा में ई-टिकटों की नियम विरुद्ध बुकिंग तथा कालाबाजारी की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए 26 और 27 अगस्त को प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अमिय नंदन सिन्हा के निर्देश पर तीनों मंडलों में एक साथ अवैध टिकट दलालों के विरूध्द सघन अभियान चलाया गया।
इन शहरों में हुई छापेमारी
जानकारी के मुताबिक रायपुर से छह, बिलासपुर की 11 और नागपुर की 13 टीमों ने एक साथ 17 शहरों में छापेमारी की। राजधानी रायपुर समेत रायगढ़, चांपा, कोरबा, बिलासपुर, पेंड्रारोड, अंबिकापुर, भिलाई और दुर्ग, मध्य प्रदेश के अनूपपुर, छिंदवाड़ा, शहडोल और नैनपुर, महाराष्ट्र के भंडारारोड, तुमसर रोड, इतवारी और नागपुर में छापेमारी के दौरान 32 टिकट दलाल आरपीएफ के हत्थे चढ़ गए
व्यक्तिगत आइडी से बनाते थे टिकट
जांच में राजफास हुआ कि टिकट दलाल अपने व्यक्तिगत आइडी का दुरूपयोग करते हुए आइआरसीटीसी के पोर्टल पर टिकट बनाकर यात्रियों से अधिक पैसे लेकर तत्काल प्रीमियम और अन्य आरक्षित टिकट बेचते थे।यह कृत्य धारा 143 रेलवे अधिनियम के तहत् दंडनीय अपराध है।
मामले में 30 प्रकरण दर्जकर रायपुर के छह, बिलासपुर के 13 और नागपुर के 13 टिकट दलालों को गिरफतार कर लिया गया।दलालों से भविष्य यात्रा के 22 हजार 801 रुपये और छह लाख 22 हजार 437.27 रुपये मूल्य के पूर्व यात्रा टिकट कुल छह लाख 45 हजार 238.27 रुपये का बरामद किया गया।