रइपुर के पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पांच वर्षों के बाद होगी हड़ताल
रायपुर। पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने एक बार फिर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्रवण सिंह ठाकुर एवं सचिव प्रदीप मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय में सातवें वेतनमान के एरियर्स एवं अन्य मांगों को लेकर पांच वर्षों के बाद हड़ताल हो रही है। इसके लिए संघ द्वारा जून एवं जुलाई में राज भवन एवं राज्य शासन को पांच सूत्री मांगों को पूरा कराने आग्रह कर चुका है।
कर्मचारियों की मांग है कि सातवें वेतनमान की तीन किस्तों के एरियर्स का एकमुश्त भुगतान शासन की स्वीकृति की प्रत्याशा में किया जाए। वाहन भत्ता के नियम विरुद्ध वसूली राशि को वापस दिलाया जाए। कार्यपरिषद में एक कर्मचारी प्रतिनिधि को शामिल किया जाए एवं प्रयोगशाला परिचारकों को प्रयोगशाला टेक्नीशियन के पदों पर पदोन्नति दिया जाए।
गौरतलब है कि संघ ने पूर्व में 2016 में 11 सूत्री मांगों पर हड़ताल की थी, जिसमें संविदा अधिकारियों के नियम विरुद्ध कार्यों को देख कर उन्हें हटाने, उनके कार्यकाल की जांच करने, वरिष्ठ कर्मचारियों को ओएसडी बनाने , कर्मचारियों का प्रति वर्ष पदोन्नति करने एवं एक कर्मचारी प्रतिनिधि को कार्यपरिषद में शामिल कराने अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया था।
मगर, दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के आगमन को देखकर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को ध्यान में रखकर हड़ताल को स्थगित कर दिया गया था एवं उसके बाद विश्वविद्यालय में हड़ताल नहीं हुई थी। संघ द्वारा हड़ताल की जानकारी कुलपति राजभवन एवं राज्य शासन को दे दिया गया है जिसके अनुसार 24 सितंबर 2021 से 1:30 बजे से विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी के साथ चरणबद्ध आंदोलन प्रारंभ होगा।