छत्तीसगढ़ में अलग-अलग जगहों से आम जनता से धोखाधड़ी करने वाले चिटफंड कम्पनी के संचालक गिरफ़्तार
दुर्ग । मुख्यमंत्री के सख्त के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन लगातार फ़र्जी चिटफंड कम्पनियों पर कार्रवाई कर रही है। इसी तारतम्य में दुर्ग पुलिस ने जिले से करोड़ों रुपयों की ठगी कर फरार दो डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी डायरेक्टर सुरेन्द्र सिंह बघेल और धरम सिंह कुशवाहा को ओडिशा से गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों पर जिले के आम जन को कम समय में दोगुना राशि मिलने का झांसा देकर क़रीब 2 करोड़ रुपए की ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने इस कंपनी के अन्य डायरेक्टरों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
बता दें कि दोनों डायरेक्टर के ओडीशा में छिपे होने सूचना मिलते ही एसएसपी बीएन मीणा ने एक टीम को ओडिशा भेजा था। इस टीम के साथ बलौदाबाजार और कोरबा की पुलिस टीम भी इन्हें गिरफ्तार करने गई थी। तीनों टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ओडिशा से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। आरोपी सुरेन्द्र सिंह बघेल और धरम सिंह कुशवाहा दोनों कंपनी के डायरेक्टर थे।
इन्होंने कंपनी में लोगों को धोखा करके उनकी रकम को निवेश करवाया और उसके बाद 2 करोड़ रुपए की ठगी करके फरार हो गए। इन्होंने साल 2016 में अपने ऑफिसों को बंद कर दिया था। इसके बाद लोगों ने इनके खिलाफ अलग-अलग थानों में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 120बी, 3, 4, 5, 6 इनामी चिट एवं धनपरिचलन अधिनियम, 10 छग. के निवेशकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत जुर्म दर्ज किया था।
दुर्ग रेंज के आईजी ओपी पाल ने मीडिया को बताया कि चिटफंड के प्रकरणों में शामिल डायरेक्टर की शीघ्र गिरफ्तारी एवं आरोपी कंपनी संचालकों द्वारा अवैधानिक रूप से अर्जित संपत्ति की जानकारी इकट्ठा की जा रही है। उनकी संपत्ति कुर्क कर पीड़ित पक्ष को लौटाए जाने के संबंध में निर्देश दिए गए है। इसी तारतम्य में दो डायरेक्टरों की गिरफ्तार की गई है।