गरियाबंद। एक बुजुर्ग ने अपनी पत्नी की पीट-पीट कर हत्या कर दी। उसकी आंखों में चूल्हे की अधजली लकड़ी घुसा दी। महिला दर्द से तड़पती हुई भागी और नाली में गिर पड़ी। इसके बाद भी उसे बचाने की कोशिश नहीं की। देर रात जब बेटा पहुंचा तो वारदात का पता चला। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची लेकिन आरोपी करीब 60 घंटे तक गुमराह करता रहा। पुलिस ने बुधवार को आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, मैनपुर क्षेत्र के कुल्हाड़ीघाट गांव निवासी 70 साल का फूलसिंह नेताम 11 दिसंबर की रात नशे में धुत था। उसने अपनी 65 साल की पत्नी रामुला बाई से तंबाखू मांगी, लेकिन उसने नहीं दी। इस पर फूल सिंह भड़क गया और विवाद करने लगा। आरोप है कि बात बढ़ी तो फूल सिंह रसोई से अधजली लकड़ी ले आया और उससे रामुला के सिर पर एक के बाद एक कई वार किए। फिर वही लकड़ी उसकी दाहिनी आंख में घुसेड़ कर आंख फोड़ दी।
सुबह शव देखा तो घर लौटकर शराब पीने बैठ गया
इस पर रामुला जान बचाने के लिए घर से बाहर भागी और करीब 40 मीटर दूर स्थित नाली नुमा गड्ढे में भरे पानी में गिर पड़ी। वह इतनी जख्मी हो चुकी थी कि उसमें गड्ढे से निकलने की हिम्मत ही नहीं बची थी। फूल सिंह ने भी उसे बाहर नहीं निकाला और छोड़कर घर आ गया। रात भर गड्ढे में पड़े-पड़े रामुला ने दम तोड़ दिया। सुबह फूल सिंह जब बाहर निकला तो उसे रामुला का शव दिखा। इस पर वह फिर घर लौटा और शराब पीनी शुरू कर दी।
पुलिस को कई घंटो तक करता रहा गुमराह
इसके बाद बाहर निकला और ग्रामीणों को बताया कि उसकी पत्नी मायके चली गई है। बाद में उसके बेटे रामजी नेताम ने पुलिस को मां की हत्या होने की सूचना दी। एडिशनल एसपी चंद्रेश सिंह ठाकुर ने बताया कि घर से 30-40 मीटर दूर शव पड़ा था। आरोपी से पूछताछ की गई तो वह गुमराह करता रहा। शव भी ठंड के चलते डिकंपोज नहीं हुआ था, ऐसे में हत्या को लेकर स्पष्ट नहीं हो पा रहा था। बाद में सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने गुनाह कबूल लिया।